एक माह बाद भी प्रेमी युगल की हत्या का कारण नहीं ढूंढ पाई पुलिस Gorakhpur News
गोरखपुर में प्रेमी युगल की हत्या का कारण पुलिस एक माह बाद भी नहीं तलाश पाई।
गोरखपुर, जेएनएन। गुलरिहा इलाके के ठाकुरपुर नंबर एक गड़हिया टोले में हुई युगल की हत्या के मामले में एक माह से अधिक का वक्त बीत जाने के बाद भी पुलिस खाली हाथ है। इस मामले में 30 से अधिक लोगों से पूछताछ हो चुकी है। दो दर्जन से अधिक मोबाइल फोन के काल डिटेल और टावर लोकेशन खंगाले जा चुके हैं। इसके बावजूद न तो हत्या की वजह पता चल पाई है और न ही अभी तक कातिलों का कोई सुराग नहीं लग पाया। शुरू में लेनदेन का विवाद या फिर आशनाई को केंद्र में रखकर छानबीन करने करने वाली पुलिस अब हवा में ही तीर चला रही है।
गुलरिहा इलाके के जैनपुर गांव निवासी अनरजीत गुप्त और ठाकुरपुर नंबर एक के गड़हिया टोले के रामवृक्ष की बेटी रीमा, पति-पत्नी की तरह साथ रहते थे। हालांकि उनकी शादी नहीं हुई थी। गड़हिया टोले के पास ही उन्होंने घर बनवा रखा था। तीन अगस्त की रात दोनों की घर के अंदर ही फावड़े से प्रहार कर हत्या कर दी गई थी। रीमा और अनरजीत के पिता की संयुक्त तहरीर पर इस मामले में गुलरिहा थाने में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज है।
इलाके में काफी लोगों से अनरजीत का चलता था लेनदेन
अनरजीत, भटहट स्थित एक गैस एजेंसी से जुड़े थे। वह रसोई गैस की सप्लाई का काम देखते थे। कारोबार की वजह से अनरजीत का इलाके में काफी लोगों से संबंध था। कई लोगों से उनका लेनदेन भी चलता था। काफी लोगों को उन्होंने उधार दे रखा और कई लोगों से काफी लोगों से उधार ले भी ले रखा था। इसका सारा हिसाब-किताब वह एक डायरी में लिखते थे। वह डायरी पुलिस के हाथ लगी थी। बड़ी रकम की लेनदेन के हिसाब को आधार बनाकर पुलिस ने हत्या की वजह तलाशने की काफी कोशिश की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
अनरजीत के घर काफी लोगों का था आना-जाना
अनरजीत की मौजूदगी और गैर मौजूदगी में भी उनके घर काफी लोगों का आना जाना था। यह बात सामने आने के बाद पुलिस ने आशनाई को भी केंद्र में रखकर काफी छानबीन की, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।
भूत-प्रेम के फेर में पड़ी थी पुलिस
अनरजीत के साथ जान गंवानी वाली रीमा के परिवार की एक महिला ने करीब दो सप्ताह पहले अपने ऊपर भूत आने का दावा किया था। इस दौरान उसने गांव के ही कुछ लोगों के हत्या में शामिल होने का दावा किया था। इस आधार पर पुलिस ने उन सभी लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया था लेकिन हत्यारों का सुराग फिर भी नहीं लगा पाई।