ठंड से पूर्व ही गोरखपुर की हवा में घुलने लगा जहर, 139 पर पहुंचा वायु शुद्धता सूचकांक Gorakhupar News
लाकडाउन खत्म होने के बाद वाहनों के साथ-साथ उद्योगों ने भी अपनी रफ्तार पकड़ी है। इसका परिणाम है कि वायु शुद्धता सूचकांक में निरंतर वृद्धि हो रही है। ऐसे में बुजुर्ग बच्चे हृदय रोगियों को बाहर निकलने में विशेष सावधानी अपनानी चाहिए।
गोरखपुर, जेएनएन। ठंड की शुरुआत से पहले ही हवाओं में उद्योगों का धुआं घुलने लगा है। रविवार को न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच चुका है। शाम साढ़े पांच बजे शहर का वायु शुद्धता सूचकांक 139 दर्ज किया गया। तापमान गिरने के साथ हवा में प्रदूषण बढ़ रहा है। ऐसे में बुजुर्ग, बच्चे, हृदय रोगियों को बाहर निकलने में विशेष सावधानी अपनानी चाहिए। यह हवा फेफड़े के लिए भी हानिकारक हो सकती है। पर्यावरण के जानकारों का मानना है कि वायु जितनी प्रदूषित होगी। कोरोना का वायरस उतना अधिक मजबूत होगा। ऐसे में लोगों को बाहर निकलते समय विशेष सावधानी अपनानी चाहिए।
तापमान में गिरावट के साथ लोग अपने घरों के कूलर व एसी बंद करने लगे हैं। लाकडाउन खत्म होने के बाद वाहनों के साथ-साथ उद्योगों ने भी अपनी रफ्तार पकड़ी है। इसका परिणाम है कि वायु शुद्धता सूचकांक में निरंतर वृद्धि हो रही है। मौसम विशेषज्ञ व पर्यावरण के जानकार कैलाश पाण्डेय का कहना है कि सूचकांक स्तर 100 तक ही फेफड़ों के लिए बेहतर माना जाता है। इससे ऊपर की स्थिति में हृदय रोगी, बच्चे व बुजुर्ग को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। फेफड़े के लिए भी यह हवा ठीक नहीं है। ऐसे में ज्यादा बाहर निकलने से बचना चाहिए।
जानिए वायु शुद्धता सूचकांक का स्तर
0-50 अच्छा
51-100 मध्यम
101-150 संवेदनशील लोगों के लिए नुकसानदेह
151-200 नुकसानदेह
201-300 अधिक नुकसानदेह
301-500 खतरनाक
पिछले सात दिनों का न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
सोमवार 26.3
मंगलवार 27
बुधवार 26.2
गुरुवार 26.0
शुक्रवार 25.8
शनिवार 26.0
रविवार 22.8