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'यूपी में बाबा बा' फेम कवि‍यित्री अनामिका ने कहा, देशभक्‍त हूं इसल‍िए यूपी की सही तस्‍वीर पेश की, बदल रहा है यूपी

Poet Dr Anamika Jain Amber Interview यूपी में बाबा बा गाकर इंटरनेट मीड‍िया पर छा जाने वाली कव‍िय‍ित्री डा. अनामिका जैन अंबर ने कहा क‍ि देश भक्‍त हूं इसल‍िए यूपी में का बा के जवाब में यूपी में बाबा बा गाकर यूपी की सही तस्‍वीर पेश की।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 12:04 PM (IST)Updated: Mon, 23 May 2022 08:32 AM (IST)
'यूपी में बाबा बा' फेम कवि‍यित्री अनामिका ने कहा, देशभक्‍त हूं इसल‍िए यूपी की सही तस्‍वीर पेश की, बदल रहा है यूपी
जागरण से बातचीत करतीं कव‍िय‍ित्री डा. अनामिका जैन अंबर: - जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। 'यूपी में का बा' के जवाब में 'यूपी में बाबा बा' गाकर चर्चा में आने वाली कवयित्री डा. अनामिका जैन अंबर ने कहा क‍ि वह राजनीत‍ि में कभी नहीं आएंगी। गोरखपुर आईं अनाम‍िका ने जागरण से बातचीत में कहा क‍ि मैं देश भक्‍त हूं इसल‍िए 'यूपी में बाबा बा' के ज‍र‍िए यूपी की सही तस्‍वीर देश के सामने पेश की। उन्‍होंने कहा क‍ि यूपी बदल रहा है, मैने यूपी की सही तस्‍वीर पेश करने की कोश‍िश की है। 

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राजनीति पर टिप्पणी साहित्यकार का अधिकार और दायित्व दोनों है

अनामिका साहित्य से राजनीति के अनिवार्य रिश्ते की पुरजोर वकालत करती हैं। उनका कहना है कि साहित्य के मंच से राजनीति पर टिप्पणी साहित्यकार का अधिकार और दायित्व दोनों है। यह समाज के लिए भी बेहद जरूरी है क्योंकि राजनीति समाज के लिए ही होती है और साहित्य सृजन भी समाज केंद्रित होता है।

उन्‍होंने कहा क‍ि साहित्य राजनीति का मार्गदर्शन करता, जिसका सीधा फायदा आमजन को मिलता है। डा. अनामिका शनिवार को जागरण से बातचीत में साहित्य, समाज और राजनीति को लेकर अपने विचारों को खुलकर साझा कर रही थीं।

अभिव्यक्ति के अधिकार के तहत 'यूपी में बाबा' गाया

उन्होंने कहा कि ऐसे तमाम उदाहरण हैं, जिसमें साहित्यकारों ने राजनीति से लेकर समाज का मार्गदर्शन किया है। लोगों को जागरूक करके साहित्यकारों ने राजनीतिक आंदोलनों की दिशा तक बदली है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का टिकट ठुकराने वाली और बीते दिनों विधानसभा चुनाव के दौरान 'यूपी में बाबा' गीत से चर्चा में रहने वाली डा. अनामिका ने राजनीति में आने के संभावना से इनकार क‍िया। कहा कि टिकट मिलने की घटना उनके लिए अप्रत्याशित थी।

यूपी में हो रहा है बदलाव

रही बात 'यूपी में बाबा' के जरिये चुनावी माहौल में राजनीतिक हस्तक्षेप की तो वह उन्होंने अभिव्यक्ति के अधिकार के तहत किया था, जो एक देशभक्त साहित्यकार होने के चलते उनकी जिम्मेदारी है। बताया कि यूपी में खासकर बुंदेलखंड में बड़ा विकासात्मक बदलाव देखा और उसके पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्तव्यशीलता देखी, सो नेहा सिंह राठौर के 'यूपी में का बा' के जवाब में 'यूपी में बाबा' के जरिये उतरना पड़ा।

यहां आकर हो रह अद्भुत अहसास

डा. अनामिका जैन अंबर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर में आकर वह काफी खुश हैं। आतंकवाद और गुंडाराज से मुक्ति का अभियान छेड़ने वाले योगी के शहर में आतंकवाद विरोध दिवस पर आने का अहसास अद्भुत है।

श्रोता का मन टटोल अपनी सुनाती हैं अनामिका

मंच से किस तरह की रचना को सुनाने में उन्हें तृप्ति मिलती है? इस सवाल के जवाब में डा. अनामिका ने कहा कि श्रोताओं की मूड प्राथमिकता होती है। ऐसे में उनका मन टटोलकर अपने मन तक लाती हूं और फिर अपनी वाली सुनाती हूं। बताया कि देशभक्ति की रचनाएं सुनाने में उन्हें सर्वाधिक आनंद आता है।


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