पीएम नरेंद्र मोदी देखेंगे, कैसे गोरखपुर से खत्म हुआ जापानी इंसेफ्लाइटिस
पांच अक्टूबर को लखनऊ आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने गोरखपुर नगर निगम के कार्यों का वीडियो प्रजेंटेशन होगा। साथ ही पूर्वांचल में कभी बच्चों की मौत का कारण बन रहे जापानी इंसेफ्लाइटिस पर सीएम योगी के प्रहार को भी दिखाया जाएगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कभी बच्चों के लिए मौत का दूसरा नाम बना जापानी इंसेफ्लाइटिस अब पूर्वांचल से भाग निकला है। मौजूदा सरकार से स्वास्थ्य महकमे ने इंसेफ्लाइटिस पर विजय पा ली है। इंसेफ्लाइटिस पर मिली इस विजय को गोरखपुर का प्रशासन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने गर्व के साथ प्रस्तुत करने की तैयारी में है।
पांच अक्टूबर को लखनऊ आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पांच अक्टूबर को लखनऊ आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नगर निगम के कार्यों का वीडियो प्रजेंटेशन तो होगा ही, पूर्वांचल में कभी बच्चों की मौत का कारण बन रहे जापानी इंसेफ्लाइटिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रहार को भी दिखाया जाएगा।
इंसेफ्लाइटिस की शुरुआत और अंत तक का बन रहा वीडियो
वर्ष 1998 से अब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से किस तरह जापानी इंसेफ्लाइटिस दुम दबाकर भागा, इसका तकरीबन तीन मिनट का प्रसारण होगा। वर्ष 1977 से 1997 तक इंसेफ्लाइटिस ने पूर्वांचल में इतना कहर बरपाया था कि शायद ही कोई परिवार इससे बचा हो। जो लोग जागरूक थे वह बच्चे को बुखार होते ही डाक्टर के पास पहुंचते थे लेकिन जो जागरूक नहीं थे उनके बच्चे दिव्यांगता और मौत के शिकार बन जाते थे। इंसेफ्लाइटिस के खिलाफ योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 1998 में मुहिम छेड़ी। उन्होंने कारणों की पड़ताल शुरू की तो पता चला कि तराई के बेल्ट में हमेशा जलभराव के कारण बीमारियां पनपती हैं। साफ-सफाई की कमी और जागरूकता के अभाव में ब'चे इंसेफ्लाइटिस के शिकार बन जाते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में बच्चों के इलाज की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ ही साफ-सफाई के लिए लोगों को जागरूक करना शुरू किया। संसद में वह इंसेफ्लाइटिस का मुद्दा लगातार उठाते रहे। इसका परिणाम यह रहा कि केंद्रीय टीमों ने गोरखपुर का दौरा करना शुरू किया और इलाज की दिशा तय की गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रेरणादायी नेतृत्व में स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रशासन और अन्य विभागों के सामंजस्य से इंसेफ्लाइटिस पर काबू पाया गया है। प्रधानमंत्री के सामने इसका वीडियो गर्व के साथ दिखाया जाएगा। - अविनाश सिंह, नगर आयुक्त।