गोरखपुर के सिकरीगंज में बनेगी प्लास्टिक की सड़क, दो अक्टूबर से शुरू होगा काम Gorakhpur News
प्लास्टिक को मशीन में डालकर उसका बुरादा तैयार किया जाएगा। गिट्टी गर्म करने के बाद उसमें बुरादा मिलाया जाएगा। गिट्टी को सड़क पर बिछाकर उस पर तारकोल डाला जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर-खजनी-सिकरीगंज मार्ग पर प्रयोग के तौर पर एक किलोमीटर निर्माण में खराब प्लास्टिक का उपयोग किया जाएगा। इसका आगणन तैयार हो गया है। एक किलोमीटर में 1.8 टन प्लास्टिक की खपत होगी, जिसकी कुल लागत 50 हजार रुपये है। खराब प्लास्टिक कानपुर से खरीदी जाएगी। सड़क का कुल बजट 30.22 लाख रुपये है।
प्रयोग के तौर पर शुरू होगा निर्माण
अब प्लास्टिक पर्यावरण के लिए खतरा नहीं बनेगा, उसका इस्तेमाल सड़कों के निर्माण में होगा। प्रयोग के तौर पर सिकरीगंज रोड पर किलोमीटर 24-25 का चयन किया गया है। एक किलोमीटर लंबाई और सात मीटर चौड़ाई की इस सड़क के निर्माण में केवल 50 हजार रुपये ज्यादा लगेंगे और सड़क दो साल ज्यादा चलेगी। पहले तारकोल की सड़क में प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाता था, वह चार साल चलती थी। इस प्लास्टिक मिक्स सड़क की लाइफ छह साल होगी। इस सड़क में 'वाटर रेजिस्टेंट पॉवर ज्यादा होगा। यह प्रयोग सफल होने पर अन्य सड़कों के निर्माण में भी प्लास्टिक खपाई जाएगी। इसी लंबाई और चौड़ाई में यदि सीसी रोड का निर्माण किया जाए तो उसकी लागत लगभग दो करोड़ रुपये आएगी और उसकी लाइफ 20 साल होगी।
ऐसे मिक्स होगी प्लास्टिक
प्लास्टिक को मशीन में डालकर उसका बुरादा तैयार किया जाएगा। गिट्टी गर्म करने के बाद उसमें बुरादा मिला दिया जाएगा, जो गिट्टी में चिपक जाएगा। गिट्टी को सड़क पर बिछाकर उस पर तारकोल डाला जाएगा।
नहीं फैलेगा प्रदूषण
प्लास्टिक को जलाने पर उससे ऐसी गैसें निकलती हैं जो वातावरण को प्रदूषित करती हैं, इसलिए प्लास्टिक को सीधे आग के संपर्क में नहीं लाया जाएगा। उसके बुरादा को गर्म गिट्टी में मिलाया जाएगा।
गांधी जयंती के दिन शुरू होगा निर्माण
पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता एसपी सिंह का कहना है कि आगणन तैयार हो गया है। प्रस्ताव मुख्यालय को भेज दिया गया है। स्वीकृत होने के बाद गांधी जयंती दो अक्टूबर पर सड़क का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा।