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हेलमेट विद लाइट से लैस होंगे पेट्रोलमैन, जानें-क्‍यों बढ़ी सतर्कता Gorakhpur News

ठंड के समय कोहरे में भी रेल लाइनों की समुचित निगरानी के लिए पेट्रोलमैनों और गैंगमैनों को प्रशिक्षित करने के साथ आधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Published: Wed, 06 Nov 2019 08:21 PM (IST)Updated: Thu, 07 Nov 2019 07:00 AM (IST)
हेलमेट विद लाइट से लैस होंगे पेट्रोलमैन, जानें-क्‍यों बढ़ी सतर्कता Gorakhpur News
हेलमेट विद लाइट से लैस होंगे पेट्रोलमैन, जानें-क्‍यों बढ़ी सतर्कता Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। रेल लाइनों की निगरानी व मरम्मत करने वाले पेट्रोलमैनों और गैंगमैनों को रात के समय हाथ में टार्च लेकर नहीं चलना पड़ेगा। अब वे हेलमेट विद लाइट (सिर में टोपी के साथ लाइट) से लैस होंगे। उनका जैकेट भी अति आधुनिक रिफ्लेक्टेड होगा। जो ठंड से बचाने के साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा भी प्रदान करेगा।

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गैंगमैनों का प्रशिक्षण शुरू

ठंड के समय कोहरे में भी रेल लाइनों की समुचित निगरानी के लिए पेट्रोलमैनों और गैंगमैनों को प्रशिक्षित करने के साथ आधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है। ताकि पटरियों की बारीकी से जांच की जा सके। दरअसल, पटरियों की मानीटरिंग करने वाले कर्मी रात के सामय टार्च लेकर चलते हैं। लेकिन दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड में टार्च पकडऩा भी मुश्किल हो जाता है। लाइनों पर चलना मुश्किल हो जाता है। कोहरे में न कर्मियों को ट्रेन दिखती है और न लोको पायलटों को पेट्रोलमैन। पटरियों का चटकना भी शुरू हो जाता है।

फॉग सेफ डिवाइस से मिलती रहेगी सिग्नल की जानकारी

इंजनों में फाग सेफ डिवाइस मशीनें लगनी शुरू हो गई हैं, जो हर पल लोको पायलटों को सतर्क करती रहेंगी। यह डिवाइस 500 मीटर पहले ही बता देती है कि सामने सिग्नल है। हालांकि, पूर्वांचल में कोहरे ने अभी दस्तक नहीं दी है। इसके बावजूद रेलवे ने एहतियातन ट्रेनों के निर्बाध संचलन को लेकर एक्सप्रेस और पैसेंजर ही नहीं मालगाडिय़ों में भी फॉग सेफ डिवाइस लगाने की योजना तैयार कर ली है। फाग सेफ डिवाइस जीपीएस आधारित आडियो और विडियो डिस्प्ले डिवाइस है।

रेलवे को आज भी परंपरागत संसाधनों पर भरोसा 

रात के समय बढ़ा दी जाती है ट्रेनों की फुट प्लेटिंग। सिग्नलों पर चूना की लाइनिंग अनिवार्य हो गया है। - बोर्डों पर चस्पा होते हैं ल्यूमिनस व रिफ्लेक्टिव स्ट्रिप। सिग्नलों के पास रेल लाइनों पर अनिवार्य रूप से रखा जाता है पटाखा। दृश्यता की जांच के बाद ही ट्रेनों को मिलता है ग्रीन सिग्नल।

तैयारियां पूरी

पूर्वोत्‍तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह का कहना है कि ठंड के मौसम में बरती जाने वाली सावधानियों की तैयारी पूरी कर ली गई है। सेमिनार व कार्यशाला के जरिये संबंधित कर्मी अपडेट किए जा रहे हैं। फाग सेफ डिवाइस दी जा रही हैं।


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