Indian Railways: ट्रेन में ऑनलाइन मंगा सकते हैं मनचाहा नाश्ता व भोजन, 32 ट्रेनों में शुरू हुई ई-कैटरिंग सेवा
रेलवे बोर्ड बाहर बने हुए खाद्य सामग्री के प्रति आम लोगों की उदासीनता संक्रमण को रोकने तथा सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए धीरे-धीरे पेंट्रकार का कांसेप्ट समाप्त कर रहा है। पैक्ड सामग्री परोसने वाली ट्रेन साइड वेंडिंग और ई कैटरिंग सेवा को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। सफर के दौरान ट्रेनों में अब बना हुआ नाश्ता और खाना नहीं मिलेगा। रेलवे प्रशासन ने कोचीन के बाद गोरखपुर-एलटीटी एक्सप्रेस से भी पेंट्रीकार हटा दिया है। गोरखपुर से बनकर चलने वाली एक भी ट्रेन में पेंट्रीकार नहीं लग रही है। हालांकि, पेंट्रीकार के बिना भी यात्रियों को खानपान की मनपसंद पैक्ड सामग्री मिलती रहेगी। पूर्वोत्तर रेलवे रूट पर चलने वाली लगभग सभी प्रमुख गाडिय़ों में ट्रेन साइड वेंडिंग (मैनुअल आर्डर पर रास्ते में मिलने वाली सामग्री) और गोरखपुर व लखनऊ सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर ई कैटरिंग सेवा (आनलाइन आर्डर पर रास्ते में मिलने वाली खानपान) शुरू कर दी है।
इन ट्रेनों में मिली साइड वेंडिंग की सुविधा
फिलहाल, गोरखधाम, गोरखपुर-पुणे, गोरखपुर-ओखा, गोरखपुर एलटीटी और पूर्वांचल सहित 32 स्पेशल एक्सप्रेस में ट्रेन साइड वेंडिंग चल रही है। यात्री ट्रेन में साथ चलने वाले वेंडरों को आर्डर देकर मनमाफिक नाश्ता और खाना मंगा सकते हैं। इस व्यवस्था के तहत भी यात्रियों को पैक्ड खाद्य सामग्री ही उपलब्ध कराई जा रही है।
इस नंबर पर फोन कर मंगा सकते हैं नाश्ता और खाना
इसके अलावा इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) ने ट्रेनों में ई कैटरिंग सेवा शुरू कर दी है। यात्री आइआरसीटीसी की वेबसाइट के फूड आन ट्रैक या फोन नंबर 1323 पर काल कर नाश्ता और खाने का आनलाइन आर्डर कर सकते हैं। निर्धारित स्टेशन, ट्रेन और बर्थ नंबर पर खानपान की सामग्री पहुंच जाएगी। गोरखपुर में एक प्रतिष्ठित ब्रांड और रेस्टोरेंट वेबसाइट पर लाइव कर दी गई है। यात्री गरमागरम लजीज व्यंजन के अलावा पिजा और बर्गर भी आर्डर कर सकते हैं।
इसलिए हटाई गई पेंट्रकार
दरअसल, रेलवे बोर्ड बाहर बने हुए खाद्य सामग्री के प्रति आम लोगों की उदासीनता, संक्रमण को रोकने तथा सुरक्षा को गंभीरता से लेते हुए धीरे-धीरे पेंट्रकार का कांसेप्ट (संकल्पना) ही समाप्त कर रहा है। वहीं पैक्ड सामग्री परोसने वाली ट्रेन साइड वेंडिंग और ई कैटरिंग सेवा को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है। जानकारों के अनुसार ट्रेनों में चल रही 20 वर्ष की आयु पूरी करने वाली पेंट्रीकार पहले ही हटा ली गई हैं। पूर्वोत्तर रेलवे में वाराणसी और लखनऊ से चलने वाली एक-एक एक्सप्रेस ट्रेनों में ही पेंट्रीकार लग रही है। आने वाले दिनों में वह भी हटा दी जाएंगी। जबकि सामान्य दिनों में सिर्फ गोरखपुर की दर्जन भर ट्रेनों में पेंट्रीकार लगती थी।