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Panchayat Elections: एसएसबी, सीआरपीएफ व पीएसी की निगरानी में होगा चुनाव, गोरखपुर में 581 अतिसंवेदनशील चिह्नित

Panchayat Elections संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथ की सुरक्षा में बाहरी फोर्स लगाई जाएगी। इसको लेकर अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। मतदान प्रक्रिया सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले को एक कंपनी सीआरपीएफ एक कंपनी एसएसबी व दो कंपनी दो प्लाटून पीएसी मिली है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 09:30 AM (IST)Updated: Mon, 05 Apr 2021 10:43 PM (IST)
Panchayat Elections: एसएसबी, सीआरपीएफ व पीएसी की निगरानी में होगा चुनाव, गोरखपुर में 581 अतिसंवेदनशील चिह्नित
पुलिस प्रशासन ने पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। पंचायत चुनाव में संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बूथ की सुरक्षा में बाहरी फोर्स लगाई जाएगी। इसको लेकर अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। मतदान प्रक्रिया सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले को एक कंपनी सीआरपीएफ, एक कंपनी एसएसबी व दो कंपनी, दो प्लाटून पीएसी मिली है। मतदान से एक दिन पहले देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर से 3200 दारोगा व सिपाही व होमगार्ड निर्धारित बूथ पर पहुंच जाएंगे।1849 मतदान केंद्रों पर 4657 बूथ

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गोरखपुर में 1849 मतदान केंद्रों पर 4657 बूथ बनाए गए हैं। इसमें 462 मतदान केंद्र सामान्य हैं। 605 संवेदनशील, 581 अतिसंवेदनशील और 194 मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील प्लस की श्रेणी में शामिल हैं। जिले में संवेदनशील व अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या अधिक है। ऐसे में चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना प्रशासन के लिए चुनौती होगा। इसको लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। अधिकारियों के निर्देश पर एसडीएम, सीओ, थानेदार व चौकी प्रभारी ने स्थानीय लोगों से बातचीत कर अतिसंवेदनशील बूथों की अलग से सूची तैयार की है जहां पर सीआरपीएफ, एसएसबी व पीएसी तैनात की जाएगी।अन्य बूथों पर देवरिया, महराजगंज व कुशीनगर से आए पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे।डीआइजी डा प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने की तैयारी पूरी हो चुकी है। जिले को फोर्स मुहैया करा दी गई है।संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे।

चुनाव में फेल हुआ लोकल खुफिया तंत्र

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। पुरानी रंजिश, चुनावी अदावत रखने वालों को पाबंद करने के बाद भी जिले में हत्या की कई वारदात हो गई। स्थानीय पुलिस के अलावा स्थानीय खुफिया तंत्र को किसी मामले की खबर पहले नहीं हुई। डीआइजी रेंज डा प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि लोकल इंटेलीजेंस को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है।बीट सिपाही क्षेत्र में भ्रमणशील रहेंगे। स्थानीय लोगों से संपर्क कर चुनावी गतिविधि पर नजर रखेंगे।गड़बड़ी की कोशिश करने वालों पर कार्रवाई होगी।


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