पूर्वांचल में पैठ बनाना चाहते हैं ओवैसी, संगठन विस्तार में लगे कार्यकर्ता
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में भले ही काफी वक्त हो लेकिन एआईएमआईएम में सरगर्मियां तेज हो गई है। सक्रिय सदस्यों की सूची तैयार की जा रही है ताकि उन्हें प्रशिक्षण दिया जा सके। घर-घर जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर मिली जीत से उत्साहित एआईएमआईएम (आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) ने अब पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी नजरें गड़ा दी हैं। पार्टी प्रमुख सांसद असदुद्दीन ओवैसी के निर्देश पर गोरखपुर-बस्ती मंडल के पदाधिकारियों ने अभी से 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए सदस्यता अभियान के साथ ही पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने आनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इलाके में पैठ बढ़ाने के लिए पार्टी पहले पंचायत चुनाव में उतरेगी। पार्टी ने दिसंबर-21 से पहले बूथ स्तर तक संगठन तैयार करने का लक्ष्य रखा है। इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए दूसरे प्रदेशों के सक्रिय कार्यकर्ताओं से मदद ली जाएगी। फरवरी के पहले सप्ताह से पार्टी के विधायक एवं बड़े नेताओं का दौरा शुरू होगा। दरअसल पार्टी की नजर मुस्लिम व दलित बहुल मतदाता वाले क्षेत्रों पर है।
संगठन की सरगर्मियां तेज
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में भले ही काफी वक्त हो, लेकिन एआईएमआईएम में सरगर्मियां तेज हो गई है। सक्रिय सदस्यों की सूची तैयार की जा रही है ताकि उन्हें प्रशिक्षण दिया जा सके। घर-घर जाकर लोगों को पार्टी से कैसे जोड़ा जाएगा इस बारे में प्रशिक्षित दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए पुराने एवं नए ढर्रे का मिलाजुला रोडमैप तैयार होगा। जिला व मंडल स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण में बड़े पदाधिकारी एवं विधायक शामिल होंगे। प्रशिक्षण आनलाइन एवं आफलाइन दोनों होगा। बिहार में जीते विधायक लगातार दौरा करेंगे। इसके अलावा असंगठित क्षेत्रों के लोगों तथा डाक्टरों, वकीलों, शिक्षकों एवं कर्मचारी संगठनों तक पार्टी अपनी नीतियों को पहुंचाएगी। दूसरी तरफ 12 जनवरी को पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के वाराणसी, आजमगढ़ और जौनपुर दौरे को लेकर कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं। क्योंकि ओवैसी का अगला दौरा गोरखपुर एवं आसपास के जिलों में होना है। संगठन के संयुक्त सचिव नाजिम शाही का कहना है कि पार्टी अल्पसंख्यकों, दलितों, पिछड़ों और कमजोर तबके की आवाज बनना चाहती है। इसी को ध्यान में रखकर गोरखपुर-बस्ती मंडल में संगठन को मजबूत करने का काम तेजी से चल रहा है। इसके लिए पार्टी मुख्यालय रोड मैप तैयार कर रहा है। मुख्यालय तय करेगा है कि कौन-कौन से मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना है।