गोरखपुर में सड़क चौड़ीकरण का हुआ विरोध, जानिए क्या है मामला
ग्रामीणों ने माइक लगाकर विरोध किया। लोगों को भड़काया। ठेकेदार को धमकी भी दी। ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें कम मुआवजा मिला है।
गोरखपुर, जेएनएन। सहजनवां क्षेत्र में रामनगर सूरस से लेकर टूंगपार गांव तक चल रहे सड़क चौड़ीकरण के काम को ग्रामीणों के विरोध के चलते सोमवार को रोकना पड़ा। आरोप है कि विरोध कर रहे ग्रामीणों ने लाउडस्पीकर से भाषण देकर लोगों को न केवल भड़काया, बल्कि आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए ठेकेदार को धमकी भी दी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद ठेकेदार की तहरीर पर पुलिस ने तीन लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
खबर के अनुसार रामनगर सूरस से टूंगपार गांव के बीच अभी तक कच्चा रास्ता था। शासन ने लोक निर्माण विभाग (प्रांतीय खंड) को इस रास्ते को सात मीटर चौड़ाकर पक्की सड़क बनाने का निर्देश दिया है। इसके लिए 66 लाख रुपये मंजूर किए गए। सड़क निर्माण का ठेका मेसर्स विशाल कंस्ट्रक्शन को मिला है। शाहपुर क्षेत्र के बशारतुपर निवासी कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक राजेश कुमार की देखरेख में रास्ते के चौड़ीकरण का काम चल रहा था। सोमवार को रामनगर सूरस गांव के कुछ लोगों ने चौड़ीकरण का विरोध कर काम रुकवा दिया। ठेकेदार उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे थे कि इस बीच आसपास के गांवों के काफी लोग एकत्र हो गए। आरोप है कि ग्रामीणों की भीड़ बढ़ने पर विरोध कर रहे लोगों ने लाउडस्पीकर लगाकर भड़काऊ भाषण देना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने ठेकेदार को सरेआम धमकी भी दी और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। हरपुर थानेदार धर्मेद्र सिंह ने बताया कि ठेकेदार की तहरीर पर इस मामले में रामनगर सूरस निवासी चंद्रशेखर मिश्र तथा खलीलाबाद, संतकबीरनगर के कोल्हुआ निवासी अर्पित पांडेय और धर्मेद्र राय के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में आरोपित लोगों का कहना है कि मानक की अनदेखी कर सड़क बनाए जाने का वे लोग विरोध कर रहे थे। इसी वजह से ठेकेदार ने उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सीबी विश्वकर्मा का कहना है कि निर्माण कार्य में मानकों की सख्ती से पालन कराया जा रहा है।