सिर्फ 6.22 फीसद मजदूरों को मनरेगा में मिला 100 दिन काम
100 दिन काम देने के लक्ष्य की पूर्ति करने में जनपद के सभी नौ ब्लाक फिसड्डी
संतकबीर नगर: सिर्फ 6.22 फीसद मजदूरों को मनरेगा में 100 दिन काम मिला है। जबकि शासन स्तर से बीच-बीच में वीडियो कांफ्रेंसिग (वीसी) और जनपद स्तर पर भी नियमित रूप से समीक्षा होती रही। इन सबके बीच 100 दिन काम देने के लक्ष्य की पूर्ति करने में जनपद के सभी नौ ब्लाक फिसड्डी साबित हुए हैं।
आंकड़ों पर गौर करने पर पाएंगे कि चालू वित्तीय सत्र 2021-22 में मनरेगा से जनपद के नौ ब्लाकों में 54238 जाब कार्डधारक मजदूरों को 100-100 दिन काम देने का लक्ष्य रखा गया था। इसकी तुलना में अब तक 3379 जाब कार्डधारक मजदूरों को 100-100 दिन काम मिला है। इस प्रकार लक्ष्य की तुलना में सिर्फ 6.22 फीसद जाब कार्डधारक मजदूरों को 100-100 दिन काम मिल पाया है। गांव में ही मांगने पर भरपूर काम दिलाने के लिए बनी मनरेगा योजना एक मजदूर को 100 दिन का काम देने में अक्षम साबित हो रही है। जबकि इसके लिए शासन स्तर से बीच-बीच में वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए दिशा-निर्देश देते रहे। वहीं, डीएम व सीडीओ के स्तर से इसकी नियमित रूप से समीक्षा होती रहती है। यदि मजदूरों को मांगने पर मनरेगा से गांवों में भरपूर काम मिले तो बेरोजगारी को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। अफसोस की बात यह है कि प्रधान, पंचायत सचिव और रोजगार सेवक की लापरवाही से अधिकाधिक मानव दिवस सृजित नहीं किए जा रहे हैं। बीडीओ भी गांवों में जाकर मनरेगा की जांच करना उचित नहीं समझते। इसलिए स्थिति और खराब होती जा रही है। खलीलाबाद ब्लाक के कटहरिया गांव के राम सिंह चौधरी, मेंहदिया के श्रीभागवत का कहना है कि योजना बेहद अच्छी है लेकिन इसका क्रियान्वयन सही से नहीं हो रहा है। इसलिए गांवों के जाब कार्डधारक मजदूरों को मांगने पर भी भरपूर काम नहीं मिलता। 100 दिन काम देने के लक्ष्य को पूरा करने में सभी ब्लाक फिसड्डी
ब्लाक : लक्ष्य : 100 दिन काम पाने वाले
बघौली : 5647 : 208
बेलहरकलां : 4869 : 261
हैंसर बाजार : 7187 : 332
खलीलाबाद : 5328 : 366
मेंहदावल : 5617 : 491
नाथनगर : 7384 : 444
पौली : 4773 : 126
सांथा : 7304 : 790
सेमरियावां : 6129 : 361
योग : 54238 : 3379 100 दिन काम देने की प्रगति संतोषजनक नहीं है। शत-प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति के लिए प्रयास चल रहे हैं। सभी बीडीओ को इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इसमें प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक से लेकर बीडीओ तक को पूरी ऊर्जा के साथ लगना होगा। तभी अच्छी प्रगति सामने आएगी।
सुरेंद्र नाथ श्रीवास्तव,सीडीओ