सिर्फ 49.43 फीसद किसान ही पाए छह किस्तों का 'सम्मान'
जनपद के सिर्फ 49.43 फीसद किसानों को ही छह किस्तों का सम्मान मिल पाया है।
संत कबीरनगर, जेएनएन : जनपद के सिर्फ 49.43 फीसद किसानों को ही छह किस्तों का 'सम्मान' मिल पाया है। कई किसान ऐसे हैं, जिन्हें लगातार एक, दो या तीन किस्त मिली लेकिन इसके बाद ब्रेक लग गया। ऐसे किसान कृषि विभाग का चक्कर काट रहे हैं। कर्मी किस्त न मिलने की सही वजह बताने के बजाय दौड़ा रहे हैं।
लगभग 20 लाख की आबादी वाले इस जनपद में साढ़े तीन लाख किसान हैं। इनके परिवार का भरण-पोषण खेती-किसानी पर निर्भर है। मार्च-2019 में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरूआत हुई। जनपद के खलीलाबाद, मेंहदावल व धनघटा आदि तीन तहसीलों के दो लाख 52 हजार किसान जांच में पात्र निकले थे। हर साल तीन किस्तों में दो-दो हजार रुपये कुल छह हजार रुपये पात्र किसानों के बैंक खाते में भेजने का प्रावधान है। तमाम किसान ऐसे हैं जिन्हें एक, दो या तीन किस्त मिली लेकिन इसके बाद नहीं। यही कारण है कि डीएम के कैंप कार्यालय की तरफ जाने वाली सड़क के पास स्थित कृषि भवन के कार्यालय में रोजाना 70 से 80 किसान धूप में घंटों कतार में खड़े रहते हैं। यहां के कर्मी किस्त न मिलने की सही वजह भी नहीं बताते। उन्हें बार-बार दौड़ाया जाता है। मुझे नहीं मिली चौथी किस्त मेंहदावल तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत भरवलिया पांडेय के राजस्व गांव सुक्रवलिया के निवासी किसान भोला यादव का कहना है कि उनके बैंक खाते में पहली किस्त 29 जुलाई व दूसरी किस्त 25 नवंबर 2019 तथा तीसरी किस्त तीन जनवरी 2020 को पहुंची। इसके बाद चौथी किस्त नहीं मिली। वे मेंहदावल ब्लाक में एडीओ कृषि से मिले। इसके अलावा जनपद मुख्यालय स्थित कृषि भवन में पांच बार गए लेकिन आज, कल आने की बात कहकर यहां के कर्मी उन्हें दौड़ा रहे हैं। सम्मान राशि के लिए दौड़ते-दौड़ते अब थक गया हूं..
नगर पंचायत मेंहदावल के ठाकुरद्वारा मोहल्ला निवासी नागेश्वर चौहान ने कहा कि उन्हें अब तक तीन किस्त मिली है। इसके बाद से उनके खाते में सम्मान राशि नहीं पहुंची। कृषि भवन में अधिकारी व कर्मचारी किसानों की समस्याओं पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते। समस्या का समाधान करने के बजाय किसानों को दौड़ाया जाता है। वे दौड़ते-दौड़ते अब थक चुके हैं।
किसे-कितनी मिली किस्त ?
किस्त : लाभान्वित : पंजीकरण की तुलना में(फीसद)
पहली : 2,35,660 : 93.51 दूसरी : 2,25,872 : 89.63
तीसरी : 2,17,708 : 86.39
चौथी : 1,78,546 : 70.85
पांचवीं : 1,53,270 : 60.82
छठवीं : 1,24,570 : 49.43
किसान सम्मान राशि से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए काउंटर स्थापित किया गया है। रोजाना कर्मी किसानों के किस्त न मिलने सहित अन्य समस्याओं का निस्तारण कर रहे हैं। कहीं कोई लापरवाही नहीं की जा रही है।
लोकेंद्र सिंह, उप कृषि निदेशक