सेंटएंड्रयूज डिग्री कालेज में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन दो अगस्त तक Gorakhpur News
सेंट एंड्रयूज कालेज में एमए हिंदी राजनीतिशास्त्र अंग्रेजी समाजशास्त्र व भूगोल एमएससी गणित भौतिक विज्ञान रसायनशास्त्र वनस्पति विज्ञान व जंतु विज्ञान और एलएलबी प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन दो अगस्त तक किया जा सकता है।
गोरखपुर, जेएनएन। सेंट एंड्रयूज कालेज ने परास्नातक में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक अभ्यर्थी एमए हिंदी, राजनीतिशास्त्र, अंग्रेजी, समाजशास्त्र व भूगोल, एमएससी गणित, भौतिक विज्ञान, रसायनशास्त्र, वनस्पति विज्ञान व जंतु विज्ञान और एलएलबी प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आनलाइन आवेदन तीन जुलाई से दो अगस्त तक कालेज की वेबसाइट पर जाकर किया जा सकता है।
कालेज प्राचार्य प्रो. जेके लाल ने अभ्यर्थियों ने अनुरोध किया है कि वह आवेदन फार्म भरने से पहले कालेज की प्रवेश विवरणिका का ध्यानपूर्वक अध्ययन कर लें। ऐसे करने से फार्म भरने में गलती की संभावना नहीं के बराबर रहेगी। आवेदन पत्र में किसी भी प्रकार की गलत सूचना देने पर अभ्यर्थी का प्रवेश कालेज द्वारा निरस्त कर दिया जाएगा।
शोध अध्ययन की बारीकियों और शोध नैतिकता पर हुआ मंथन
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में इन दिनों रिसर्च मैथडोलाजी विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला में शोध अध्ययन की बारिकियां बताई जा रही हैं और शोध नैतिकता की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला जा रहा है। रक्षा एवं स्त्रातेजित अध्ययन विभाग की ओर से आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन के पहले सत्र में मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो. श्रीनिवास मणि ने शोध नैतिकता विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने शोध नैतिकता की वृहद संकल्पना की विवेचना की। विभिन्न सत्रों में विभागाध्यक्ष प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा, प्रो. विनोद कुमार सिंह, डा. प्रवीन कुमार सिंह, डा. आरती यादव, प्रो. हरीश ठाकुर, प्रो. सतीश चंद्र पांडेय आदि ने अपने विचार रखे।
मनोविज्ञान विभाग में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए अधिष्ठाता कला संकाय प्रो. नंदिता सिंह, प्रो. आराधना शुक्ला, प्रो. ब्रजभूषण, एम्स दिल्ली की प्रो. शेफाली गुलाटी आदि ने हिस्सा लिया और शोध को गुणवत्तापूर्ण बनाने को लेकर अपने विचार रखे। शिक्षा शास्त्र व शारीरिक शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शिक्षा संकाय की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही। अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने शोध के आइडियल सैंपल पर चर्चा को आगे बढ़ाने की सलाह दी। कार्यक्रम से प्रो. एनपी भोक्ता, अधिष्ठाता शोभा गौड़, प्रो. सुषमा पांडेय, डा. विनायक दुबे, डा. अनुपम सिंह, डा. दुर्गेश पाल आदि ने अपने विचार रखे। संचालन प्रो. विजय चहल ने किया।