प्याज महंगी हुई तो तैयार कर लिया विकल्प, आप भी जानें- कैसे बिना प्याज के बन रहा व्यंजन Gorakhpur News
प्याज महंगी होने के बाद किचन में भले पाव-आधा किलो प्याज पहुंच रहा हो लेकिन बाजार में लगने वाले अंडे के ठेलों से प्याज पूरी तरह गायब हो गई है।
गोरखपुर, उमेश पाठक। प्याज की बेतहाशा बढ़ती कीमतों ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। किचन में भले पाव-आधा किलो पहुंच रहा हो, लेकिन बाजार में लगने वाले अंडे के ठेलों से प्याज पूरी तरह गायब है। दुकानदार प्याज की जगह मूली डालकर ऑमलेट बना और बेच रहे हैं। चिकन-मटन कारोबारी भी प्याज की मार से आहत हैं। उनकी बिक्री भी आधी हो गई है।
चिकन-मटन के कारोबार पर भी असर
गोरखपुर में जिन चिकन व मटन की दुकानों पर भीड़ रहती थी, वहां सन्नाटा है। यदि कोई ग्राहक आता भी है तो अपेक्षाकृत कम मात्रा में खरीदारी करता है। चिकन की कीमत प्याज के लगभग बराबर है। ऐसे में शौकीनों को स्वाद लेने के लिए पहले की तुलना में दोगुना खर्च करना पड़ रहा है। मटन विक्रेता गुड्डू के अनुसार प्याज की बढ़ती कीमतों का काफी असर पड़ा है। मटन की बिक्री करीब 40 फीसद कम हो गई है। चिकन की दुकानों पर असर ज्यादा है। यहां बिक्री में 50 फीसद की कमी आई है। अब तो होटलों से भी आर्डर कम मिल रहे हैं।
वहीं अंडा विक्रेता संजय कहते हैं, प्याज के अनुपात में ऑमलेट की कीमत नहीं बढ़ा सकते हैं। पुरानी कीमत पर ऑमलेट बेचने के लिए ही विकल्प के रूप में मूली का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कई दुकानों से अंडा करी गायब
शहर की कई दुकानों से अंडा करी गायब हो चुकी है। जहां है, वहां उसकी ग्रेवी पतली हो चुकी है। दुकानदारों का एक ही तर्क है कि कीमत नहीं बढ़ा सकते तो यही विकल्प है।
प्याज का दाम बढऩे से चिकन की मांग कम हो गई है। 50 फीसद तक बिक्री घटी है। होटलों में भी आपूर्ति कम करनी पड़ी है। व्यापार काफी प्रभावित है। - अब्दुल, चिकन विक्रेता
ये है कीमत
प्याज की फुटकर कीमत 120 रुपये प्रति किलो
चिकन 120 से 150 रुपये प्रति किलो
मटन 500 से 550 रुपये प्रति किलो