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कोरोना काल के एक साल : लगा लाकडाउन तो आनलाइन भरी लंबी उड़ान Gorakhpur News

सिद्धार्थनगर जिले के कोरोना की वजह से लाकडाउन लगा तो सभी स्कूल कालेज बंद हो गए। बच्चे भी पढ़ाई से विरत रहने लगे। वक्त लंबा खिचा तो शिक्षा से जुड़े लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।

By Rahul SrivastavaEdited By: Published: Mon, 22 Mar 2021 02:30 AM (IST)Updated: Mon, 22 Mar 2021 02:30 AM (IST)
कोरोना काल के एक साल : लगा लाकडाउन तो आनलाइन भरी लंबी उड़ान Gorakhpur News
एक साल पहले लाकडाउन के कारण सिद्धार्थ तिराहा पर पसरा सन्नाटा। फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन : सिद्धार्थनगर जिले के कोरोना की वजह से लाकडाउन लगा तो सभी स्कूल कालेज बंद हो गए। बच्चे भी पढ़ाई से विरत रहने लगे। वक्त लंबा खिचा तो शिक्षा से जुड़े लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया। नवाचार से उन्हें शिक्षा की व्यवस्था की। आनलाइन से लेकर घर- घर तक शिक्षा का अलख जगाया, जिसकी चर्चा लोग आज भी कर रहे हैं। वह दिन लोगों के जेहन में आज भी है।

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केस-एक

डुमरियागंज विकास क्षेत्र के माडल अपर प्राइमरी स्कूल-भारत भारी के इंचार्ज प्रधानाध्यापक मोहम्मद नदीम ने लाकडाउन के कारण घर बैठे आनलाइन  वाट्सएप के माध्यम से शिक्षा देने का नवाचार किया। इसके अतिरिक्त पहले से संचालित दीक्षा एप एवं ई-पाठशाला के माध्यम से भी बच्चे आलाइन शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इंचार्ज प्रधानाध्यापक मोहम्मद नदीम ने ऐसे बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया, जिनके घर परिवार में इंटरनेट से जुड़ी सुविधा मुहैया नहीं है। बच्चे वाट्सएप नहीं चलाते हैं, उनके अभिभावकों से फोन पर बात करके बच्चों को घर पर पढ़ने के लिए प्रेरित किया।

केस- दो

लाकडाउन की अवधि में बच्चों के पठन-पाठन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इस उद्देश्य से ई-पाठशाला के माध्यम से बच्चों को जोड़े रखने का निरंतर प्रयास किया गया। शुरुआती अवधि से ही विद्यालय स्तर पर वाट्सएप ग्रुप बनाकर नियमित रूप से ई-कंटेंट का प्रेषण का कार्य सहायक अध्यापक पूर्व माध्यमिक विद्यालय अंशुमान सिंह ने शुरू किया। विभाग से उपलब्ध कराए गए शैक्षिक सामग्रियां साझा की जाती रहीं। विभिन्न पाठ्य वस्तुओं पर स्वयं के शिक्षण का वीडियो क्लिप भी शेयर भी करना शुरू किया। बच्चों का शिक्षकों से जुड़ाव भी बना रहा। विद्यालय स्तर पर आनलाइन गूगल क्लासरूम का भी संचालन किया गया। बच्चों को उनके अभिभावकों के माध्यम से दूरदर्शन व आकाशवाणी से प्रसारित शैक्षिक कार्यक्रमों को नियमित रूप से देखने-सुनने व सीखने के लिए प्रेरित किया। इसी अवधि में राज्य स्तरीय मेरी उड़ान आनलाइन प्रतियोगिता में पूर्व माध्यमिक विद्यालय जोगिया के बच्चों ने शिक्षक सिंह के निर्देशन में प्रतिभाग किया। विद्यालय की छात्रा नेहा मिश्रा की प्रविष्टियां राज्य स्तर पर चयनित हुई। उसे सम्मानित किया गया।

केस- तीन

उच्च प्राथमिक विद्यालय जखौली में तैनात सहायक अध्यापक अभिषेक श्रीवास्तव ने ई-पाठशाला के आयोजन के लिए पोस्टर कैंपेन चलाया। दीक्षा, रीड अलाउड एप आदि को डाउनलोड करने के लिए छात्रों एवं अभिभावको आदि को जागरूक किया। आनलाइन  इंडियन इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में स्वयं एवं बच्चों ने प्रतिभाग किया। बीवीएम के तहत गिनीज बुक आफ वर्ल्‍ड रिकाडर्स में कोविड से बचाव के उपाय का आनलाइन बच्चों हिस्सा लिया।


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