कोरोना संक्रमण के एक साल : जब जले एक साथ दीये, दिखाई थी लोगों ने एकजुटता Gorakhpur News
पांच अप्रैल 2020 की रात ठीक नौ बजे नौ मिनट तक पूरे देश में एक साथ लाखों दीये जलाए गए। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ संकल्प व एकजुटता दिखाई थी।
गोरखपुर, जेएनएन : पांच अप्रैल, 2020 की रात ठीक नौ बजे नौ मिनट तक पूरे देश में एक साथ दीये जलाए गए। लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ संकल्प व एकजुटता दिखाई थी। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के हर घरों में लोगों ने मोमबत्ती, दीये, मोबाइल फोन का टार्च जलाकर एकता का प्रदर्शन किया।
जिले में खोले गए थे क्वारंटाइन सेंटर
अप्रैल, 2020 में क्वारंटाइन सेंटर खोले गए थे। गांवों में सरकारी स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था। दूसरे प्रांतों से आने वाले लोगों को चौदह दिन क्वारंटाइन कराने के बाद ही घर जाने दिए जाने का नियम तय था। बाद में होम क्वारंटाइन की व्यवस्था शुरू की गई।
बेजुबानों की मदद में आए लोग
लाकडाउन के कारण बेजुबानों को भोजन नहीं मिल रहा था। उनकी मदद में लोग आगे आए। लोग बेजुबानों को भोजन उपलब्ध कराने में लगे थे। लोग बेजुबानों के प्रति संवेदनशील थे।
तीन मई 2020 तक था लाकडाउन पार्ट-2
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लाकडाउन की अवधि 15 अप्रैल, 2020 से तीन मई, 2020 तक बढ़ा दी गई थी। 20 अप्रैल, 2020 से गेहूं खरीद शुरू हुई साथ ही सरकारी दफ्तरों में भी कामकाज शुरू हुआ। पहले दिन रोस्टर के मुताबिक 33 फीसद कर्मचारी पहुंचे। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सभी बैठे। मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग के बाद ही लोग कार्यालय पहुंच रहे थे। 30 मई, 2020 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से शहर के चौराहों पर मुश्तैद पुलिसकर्मियों पर फूलों की वर्षा के साथ उन्हें अंगवस्त्र प्रदान किया गया।
चार मई से खुलने लगीं थीं दुकानें
लाकडाउन फेज-तीन, चार मई 2020 से 17 मई तक के लिए बढ़ा दी गई। रियासत के साथ कुछ चुनिंदा दुकानें खुलने लगीं। हाटस्पाट क्षेत्रों में दुकानों को खोलने पर पाबंदी लगी थी। दुकानों को खोलने के लिए डीएम की तरफ से रोस्टर तय किए गए थे। लाकडाउन फेज चार 18 मई से 30 मई तक था।
68 दिन बाद कारोबार को गति मिलने की जगी थी उम्मीद
68 दिन के बाद एक जून, 2020 को अनलाक-1 लागू हुआ। दुकानें खुलीं तो चहल-पहल बढ़ गई। सुस्त पड़े कारोबार को गति मिलने की उम्मीद जगी। सिविल लाइन रोड पर सुबह दस बजे ही वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। लोग मालवीय रोड, कोतवाली रोड, बजाजी रोड, सब्जी मंडी, अंसारी रोड, मोहन रोड की तरफ जब खरीदारी के लिए आए तो विक्रेता उत्साह से भरे दिखे।