Coronavirus: गोरखपुर में मरीजों के साथ ही बढ़ती जा रही लंबित नमूनों की संख्या
वर्तमान में एक दिन में 1800-2000 नमूनों की जांच हो रही है। इसी के साथ नमूनों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। अगस्त से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि शुरू हुई है। इसी के साथ मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए लंबित नमूनों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। इस समस्या को देखते हुए बस्ती मंडल के कोरोना नमूनों की जांच बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज से हटा ली गई है। इसके बावजूद लंबित नमूनों की संख्या बढ़ती जा रही है। 31 मई तक जहां 246 नमूने लंबित थे। वहीं सात सितंबर तक इनकी संख्या बढ़कर 5128 हो गई है।
एक दिन में हो रही दो हजार नमूनों की जांच
जुलाई से एंटीजन किट से जांच शुरू हुई है। इसके बाद जगह-जगह शिविर लगाए जा रहे हैं। एंटीजन से जांच के बाद पुन: रीयल टाइम पॉलिमर चेन रियेक्शन (आरटीपीसीआर) से जांच कर रिपोर्ट की पुष्टि की जाती है। बीआरडी के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में शुरुआत में एक दिन में 50 से 80 नमूनों की जांच होती थी। बाद में इसे बढ़ाकर ढाई सौ कर दिया गया। वर्तमान में एक दिन में 1800-2000 नमूनों की जांच हो रही है।
बीएसएल थ्री से मिलेगी राहत
बस्ती मंडल की कोरोना जांच बस्ती में होने लगी है। दूसरी तरफ बायोसेफ्टी लैब-थ्री खुल जाने से अब जांच की संख्या दोगुनी हो जाएगी। अक्टूबर में कोबास मशीन आ जाने से बीएसएल थ्री में मात्र चार घंटे में एक हजार जांच हो सकेगी।
अब तो पांच हजार से अधिक नमूनों की एक दिन में जांच करेंगे
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में प्रतिदिन 1800 से 2000 नमूनों की जांच हो रही है, लेकिन नमूने दो हजार से अधिक लिए जा रहे हैं। कुछ नमूने दोबारा जांच में लगाए जाते हैं। इस वजह से कुछ नमूने लंबित चल रहे हैं। बीएसएल लैब खुल जाने से बहुत जल्दी लंबित नमूने समाप्त हो जाएंगे। अक्टूबर में कोबास मशीन आने के बाद तो हम एक दिन में पांच हजार से अधिक नमूनों की जांच कर लेंगे।