Coronavirus : टोटी को बिना छुए अपना हाथ धुल सकेंगे रेलकर्मी, रेलवे ने तैयार किया ऐसा सिस्टम
रेलवे के इंजीनियरों ने कांटेक्टलेस हैंडवॉश सिस्टम (पैर से चलने वाला वॉशबेसिन) तैयार किया है। इससे रेलकर्मी वाश बेसिन पर टोटी को बिना छुए अपना हाथ सैनिटाइजर से धुल सकेंगे।
गोरखपुर, जेएनएन। अब रेलकर्मी वाश बेसिन पर टोटी को बिना छुए अपना हाथ सैनिटाइजर से धुल सकेंगे। अपने कर्मचारियों को साफ-सफाई के प्रति और सहूलियत प्रदान करने के लिए रेलवे के इंजीनियरों ने कांटेक्टलेस हैंडवॉश सिस्टम (पैर से चलने वाला वॉशबेसिन) तैयार किया है। फिलहाल इंजीनियरों ने एक सिस्टम तैयार कर लिया है, जिसे शनिवार को कोचिंग डिपो में स्थापित कर दिया गया। जल्द ही कंट्रोल रूम, गुड्स शेड और स्टेशन स्थित डीजल लॉबी में भी इस सिस्टम को स्थापित कर दिया जाएगा।
की गई ऐसी व्यवस्था
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार इंजीनियर उदय कुमार और कान्हा लाल गुप्ता की टीम ने इस सिस्टम को तैयार किया है। वाराणसी मंडल में इस तरह के तीन सिस्टम तैयार किए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान जिन कार्यस्थलों पर अधिकतर रेलकर्मी पहुंच रहे हैं, वहां जरूरत को देखते हुए इस सिस्टम को लगाने की योजना है। इस सिस्टम में हाथ धुलने के लिए टोटी छूने की जरूरत नहीं पड़ रही है। पैर के सहयोग से सैनिटाइजर और पानी भी गिर जा रहा है। दरअसल, रेलकर्मियों के सामने साफ-सफाई बड़ी चुनौती बनी हुई है। मालगाडिय़ों के चलने से स्टेशन पर ही रोजाना 400 रेलकर्मी पहुंच रहे हैं। आरपीएफ और जीआरपी 24 घंटे मुस्तैद है। रेलवे के इंजीनियरों की यह पहल दूसरों को भी प्रेरित कर रही है।
रेलवे पहले कर चुका है यह व्यवस्था
पूर्वोत्तर रेलवे में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए रेलवे ने अपने सभी दफ्तरों से पहले ही पर्दे और सोफा कवर हटवा दिया गया था। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के जितने भी तरीके हैं वे सभी अपनाए जा रहे हैं।
रेलवे अस्पताल में एक वार्ड आरक्षित
कोरोना बीमारी से निपटने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने भी कमर कस ली है। रेलवे स्टेशनों पर इस रोग के संक्रमण से बचने के लिए यात्रियों को जागरूक किया जाएगा। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए ललित नारायण मिश्र (एलएनएम) रेलवे अस्पताल में एक वार्ड आरक्षित किया गया है। चिकित्सकों को भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।
क्वारंटाइन वार्ड और बेड भी बना रहा रेलवे
यही नहीं रेलवे अस्पतालों में तैयार हो रहे क्वारंटाइन वार्ड के लिए रेलवे ने अपने कारखानों में ही बेड बनाना शुरू कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे प्रशासन सभी केंद्रीय अस्पताल में क्वारंटाइन वार्ड तैयार करा रहा है। ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल गोरखपुर में भी 57 बेड का वार्ड तैयार हो रहा है। लेकिन वार्ड के लिए अस्पताल प्रबंधन के पास पर्याप्त बेड नहीं हैं। बाहर से खरीदारी भी बंद है। ऐसे में रेलवे ने अपने कारखानों में ही बेड बनाना शुरू कर दिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार कारखाने में बेड बनाने का कार्य शुरू हो गया है। बेड कारखाने में उपलब्ध संसाधन और सामग्री से ही बनाए जा रहे हैं। जल्द ही अस्पतालों में क्वारंटाइन वार्ड तैयार कर लिए जाएंगे।