शादी में दुल्हन को भी सजाने में मदद करेंगी महिला शिक्षक, शिक्षा अधिकारी ने लगाई ड्यूटी
अब यूपी में महिला शिक्षक शादी के दौरान दुल्हन को सजने में मदद करेंगी। सिद्धार्थनगर में 20 महिला शिक्षकों की ड्यूटी इस काम के लिए लगाई गई है।
सिद्धार्थनगर, जेएनएन। अब यूपी में सरकारी स्कूलों की महिला शिक्षक शादी के दौरान दुल्हन को तैयार करने में मदद करेंगी। जी हां...सिद्धार्थनगर में 20 महिला शिक्षकों की ड्यूटी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत होने वाली शादी में दुल्हन को सजाने में लगाई गई है। पत्र जारी कर सभी को आदेश दिया गया है कि सभी महिला शिक्षक समय से कार्यक्रम स्थाल पर पहुंच जाएं। खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) का यह आदेश जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो विरोध होने लगा। इस पर आनन-फानन बीईओ का आदेश निरस्त कर दिया गया।
दरअसल, सिद्धार्थनगर जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 28 जनवरी को जिले में सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस समारोह में 184 दुल्हनों को सजाने की जिम्मेदारी 20 शिक्षिकाओं को सौंपी गई। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारी नौगढ़ ध्रुव प्रसाद ने सोमवार को दोपहर में बाकायदा आदेश जारी कर दिया। बीईओ का यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। विरोध की भनक लगते ही बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ.सूर्य कांत त्रिपाठी ने आनन-फानन बीईओ का आदेश निरस्त कर दिया। इस मामले में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने जांच के आदेश दिए हैं।
20 female teachers in Siddharthnagar district assigned to help brides get ready for their wedding during a mass wedding programme on 28th January, under the Chief Minister's mass wedding scheme. pic.twitter.com/Pd9pLgIHxx— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2020
दूल्हों को कौन सजाएगा साहब
शिक्षिकाओं की दुल्हन सजाने की ड्यूटी लगाने को लेकर सोशल मीडिया पर सवाल उठाए गए हैं। फेसबुक पर आरआर त्रिपाठी ने कहा है कि बाजा बजाने के लिए भी आदेश कर देते। आफताब खान लिखते हैं कि यही एक ड्यूटी बची थी, धन्य है आदेश जारी करने वाले। नेहा ङ्क्षसह लिखती हैं कि यह उच्चतम न्यायालय के आदेश की अनदेखी है। शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दे रखा है। कैलाश मणि त्रिपाठी लिखते हैं कि दूल्हों को भी सजाने के लिए कोई टीम है क्या?
Siddharthnagar district Basic Education Officer (BEO) cancels the order that assigned 20 female teachers to help brides get ready for their wedding, during a mass wedding programme on 28th January. BEO has also proposed action against the education officer who passed the order. https://t.co/gzZ9xObEra" rel="nofollow pic.twitter.com/7qWXhw8WGM — ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2020
होगी कार्रवाई
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि इस संबंध में सिद्धार्थनगर के जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि शिक्षकाओं को दुल्हन सजाने के लिए ड्यूटी पर लगाना अनुचित है। इस मामले में जो आदेश बीईओ द्वारा किए गए थे, उसे निरस्त कर दिया गया है। जांच बैठा दी गई है। संबंधित बीईओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।