अब घर से ही काम करेंगे माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक, शिक्षक संघ ने किया स्वागत Gorakhpur News
जिलाध्यक्ष डा.दिग्विजय नाथ पांडेय ने कहा कि सरकार के ई-लर्निंग/डिजिटल माध्यम से शिक्षण कार्य किए जाने के आदेश की सराहना की। जहां पूरी मानवता संकट में है वहीं सरकार ने शिक्षकों को घर से काम किए जाने का आदेश देकर शिक्षक हित के लिए कार्य किया है।
गोरखपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) की बैठक बेतियाहाता कैंप कार्यालय हुई। जिसमें माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को घर से काम किए जाने के सरकार के निर्णय का स्वागत किया गया। साथ ही शिक्षकों से सुरक्षित रहकर अपना कार्य करने की अपील की गई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष डा.दिग्विजय नाथ पांडेय ने कहा कि सरकार के ई-लर्निंग/डिजिटल माध्यम से शिक्षण कार्य किए जाने के आदेश की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना के कारण जहां पूरी मानवता संकट में है वहीं सरकार ने शिक्षकों को घर से काम किए जाने का आदेश देकर शिक्षक हित के लिए कार्य किया है।
संचालन करते हुए जिला मंत्री श्यामनारायण सिंह ने जिले के माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों वाट््सएप ग्रुप व आनलाइन माध्यम से शिक्षण कार्य किए जाने का आह्वान किया। ताकि ब'चों की पढ़ाई निर्बाध रूप से जारी रहे। बैठक में मंडलीय मंत्री ज्ञानेश राय, अयोध्या प्रसाद राय, मुरलीधर त्रिपाठी, दीपनारायण पांडेय, विजय शंकर पति त्रिपाठी,शुभनारायण राय, रविंद्र त्रिपाठी, सुनील कुमार राय, सुनील तिवारी, राजेश कुमार शैलेंद्र पाठक, शैलेंद्र सिंह, डा.अरविंद चौरसिया, कौशलेंद्र धर दूबे, राकेश कुमार, कुंवर भगत सिंह, जितेंद्र सिंह, अविनाश मिश्र, उमेश राय, देवनाथ राय, अंजनी तिवारी, बागीश सिंह तथा अनिल सिंह आदि मौजूद रहे।
शासन के निर्देश के बाद शिक्षकों ने ली राहत की सांस
कोरोना संक्रमण के बीच माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। सरकार ने राजकीय, सहायता प्राप्त, वित्तविहीन, सीबीएसई, सीआइएससीई व मदरसा आदि बोर्ड के सभी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को घर से ही काम करने (वर्क फ्राम होम) के निर्देश दिए हैं। शासन के निर्देश के बाद अब शिक्षक न सिर्फ घर से ही जरूरी विभागीय कार्य करेंगे बल्कि आनलाइन कक्षाओं के जरिए छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक ने इसको लेकर स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
सभी प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय बंद हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हों और शिक्षक स्वस्थ रहे, इसलिए सभी विद्यालयों में शिक्षकों के वर्क फ्राम होम के माध्यम से ही आनलाइन पठन-पाठन कार्य अधिक कराया जाए। विद्यालय ऐसी व्यवस्था विकसित करें कि आनलाइन कक्षाओं का संचालन शिक्षक अपने घर से ही कर सकें। सिर्फ अति आवश्यक परिस्थितियों में ही न्यूनतम संख्या में प्रबंधक द्वारा शिक्षकों को विद्यालय बुलाया जा सकता है।