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अब हफ्ते में शंका-समाधान के लिए एक दिन वर्चुअल क्लास, यूपी बोर्ड ने इसलिए लिया निर्णय

यूपी बोर्ड ने माध्यमिक विद्यालयों में आनलाइन कक्षाओं के संचालन के दौरान आने वाली छात्रों की समस्याओं को दूर करने के लिए हफ्ते में पांच दिन आनलाइन कक्षाओं के अतिरिक्त एक दिन विद्यार्थियों के विषय संबंधी शैक्षिक शंका-समाधान के लिए भी कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 23 May 2021 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 23 May 2021 08:21 PM (IST)
अब हफ्ते में शंका-समाधान के लिए एक दिन वर्चुअल क्लास, यूपी बोर्ड ने इसलिए लिया निर्णय
यूपी बोर्ड ने स्कूलों को हफ्ते में एक दिन शंका-समाधान के लिए वर्चुअल क्लास चलाने को कहा है।

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोनाकाल में आनलाइन कक्षाएं शुरू हुईं तो छात्रों की कई समस्याएं भी सामने आने लगीं। विशेषज्ञ लगातार मंथन कर इसका हल निकालने की कोशिश कर रहे थे। यूपी बोर्ड ने माध्यमिक विद्यालयों में आनलाइन कक्षाओं के संचालन के दौरान आने वाली छात्रों की समस्याओं को दूर करने के लिए हफ्ते में पांच दिन आनलाइन कक्षाओं के अतिरिक्त एक दिन विद्यार्थियों के विषय संबंधी शैक्षिक शंका-समाधान के लिए भी कक्षाएं संचालित करने का निर्णय लिया है।

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इसलिए बदला ऑनलाइन क्लास का नियम

प्राय: यह देखा गया है कि वर्चुअल कक्षा संचालन के दौरान विद्यार्थी नेटवर्क अच्छा न होने, इस तकनीक से ज्यादा भिज्ञ न होने एवं अन्य कारणों से अपनी समस्याओं को सीधे तौर पर कक्षा समाप्त होने के दौरान नहीं पूछ पाते। इससे शिक्षकों द्वारा दिए गए व्याख्यान के कई बिंदु उनकी समझ से परे हो जाते हैं। इस नई व्यवस्था से सप्ताह में पांच दिन की पढ़ाई के बाद एक दिन शंका-समाधान के लिए कक्षाएं चलेंगी। जिससे न केवल उनकी जिज्ञासा शांत होगा बल्कि उनके व्यक्तित्व का विकास भी होगा।

हेल्पलाइन भी बनेगा मददगार

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने आनलाइन कक्षाओं को लेकर जारी गाइडलाइन में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के समाधान के लिए विद्यालय स्तर पर हेल्पलाइन की स्थापना करने के भी निर्देश दिए हैं। इसके तहत विषयवार शिक्षकों की हेल्पलाइन की व्यवस्था की जाएगी। जो विद्यार्थियों के लिए मददगार बनेंगे।

आनलाइन पढ़ाई के दौरान विद्यार्थियों को आ रही परेशानियों का हल करने के लिए एक दिन सिर्फ इसी पर केंद्रित कक्षाएं शनिवार को संचालित होगी। यदि किसी छात्र को पढ़ाई के दौरान कोई बात समझ में नहीं आई है तो वह अपने शिक्षक से सीधे पूछ सकता है। जरूरत पड़ने पर शिक्षक स्वयं छात्र को फोन कर उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। - आरएन भारती, प्रभारी, डीआइओएस।


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