अब डाकघरों में डिजिटल सेवा पोर्टल से पाएंगे अनेक सुविधाएं
अब डाकघरों में डिजिटल सेवा पोर्टल की सेवाएं आम जनमानस के लिए शुरू कर दी गई है। इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय-भारत सरकार द्वारा संचालित सहज जन सेवा केंद्र (कामन सर्विस सेंटर यानी सीएससी) से अब तक गांवों और शहरी क्षेत्र के लोगों को सुविधाएं मिल रही थीं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। संतकबीर नगर जिले में डिजिटल सेवा पोर्टल के जरिए लोग निर्वाचन सेवा, बिजली बिल कलेक्शन, मजदूरों का पंजीकरण, जीवन प्रमाण पत्र, पेंशन सेवा के अंतर्गत श्रम योगी मानधन, किसान मानधन, राष्ट्रीय पेंशन योजना, व्यापारी मानधन योजना, रोजगार, बैंकिंग, बीमा, आइटीआर रिटर्न व अन्य सेवा अब एक ही छत के नीचे पा सकेंगे।
आनलाइन दिया जाएगा प्रशिक्षण
इसके लिए डाकघरों के अधिकारियों को बस्ती जिले में प्रोजेक्टर के जरिए आनलाइन प्रशिक्षित किया गया है। अब डाकघरों में डिजिटल सेवा पोर्टल की सेवाएं आम जनमानस के लिए शुरू कर दी गई है। इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय-भारत सरकार द्वारा संचालित सहज जन सेवा केंद्र (कामन सर्विस सेंटर यानी सीएससी) से अब तक गांवों और शहरी क्षेत्र के लोगों को सुविधाएं मिल रही थीं।
डाकघरों में मिलेगी सीएमसी की सुविधा
अब डाकघरों के माध्यम से भी आम जनमानस को सीएससी की सुविधा आसानी से मिल रही हैं। सीएससी के जिला प्रबंधक अखिलेश मिश्र ने कहा कि सरकार की यह सराहनीय पहल है। इससे लोगों को एक ही जगह डिजिटल सेवा पोर्टल के जरिए अनेक सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। इसके दूरगामी अच्छे परिणाम सामने आएंगे।
गिट्टी फैलाकर सड़क को पिच करना भूल गया विभाग
कार्यदायी संस्थाएं किस प्रकार खानापूर्ति करती है, इसका उदाहरण धनघटा तहसील क्षेत्र का महुली-नाथनगर मार्ग है। गिट्टी फैलाकर सड़क को पिच करने का कार्य पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भूल गए। इसकी वजह से राहगीरों को काफी दिक्कत हो रही है। शिकायत करने के बाद भी अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
छह माह पहले डाली गई थी गिट्टी
धनघटा तहसील क्षेत्र के महुली-नाथनगर मार्ग से महुली, छितही, अलीनगर, मानपुर, सगड़वा सहित दर्जनों गांवों के ग्रामीण रोजाना आते-जाते हैं। लोग इसी रास्ते से ब्लाक व तहसील मुख्यालय आते-जाते हैं। इस क्षतिग्रस्त सड़क के मरम्मत के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने छह माह पूर्व गिट्टी डलवाया था। इसके बाद तारकोल डालना सड़क को पिच करना अधिकारी भूल गए। इसकी वजह से लोगों को रोजाना आने-जाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। क्षेत्र के उदयभान, राममिलन, रामउजागिर, सुमिरन आदि लोगों ने कहा कि कार्यदायी संस्था की लापरवाही की सजा कई गांवों के ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही है। न जाने कब यह सड़क ठीक होगा।