अब मदरसा शिक्षकों की फर्जीवाड़े की होगी जांच, शासन ने दिया निर्देश Gorakhpur News
प्रदेश सरकार के विशेष सचिव ने मदरसा बोर्ड को पत्र भेजकर प्रदेश के सभी राज्य अनुदानित मदरसों में कार्यरत शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कार्य योजना तैयार करने को कहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी करने के बहुत सारे मामले आने के बाद अब मदरसा शिक्षकों एवं कर्मचारियों के दस्तावेजों की फिर से जांच होगी। शासन ने इसके लिए मंडल के अधिकारी व कर्मचारी को नामित किया है। देवीपाटन के मंडलीय अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी अमरनाथ पांडेय और वरिष्ठ सहायक अमरेंद्र वर्मा जांच कर शासन को रिपोर्ट सौपेंगे। हालांकि जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का कहना है कि प्रमाण पत्रों की जांच के संबंध में फिलहाल शासन से कोई निर्देश नहीं मिला है।
प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कार्य योजना तैयार करने का मिला है निर्देश
प्रदेश सरकार के विशेष सचिव जेपी सिंह ने रजिस्ट्रार उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड को पत्र भेजकर प्रदेश के सभी राज्य अनुदानित मदरसों में कार्यरत शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए कार्य योजना तैयार करने को कहा था। कार्य योजना के बारे में एक सप्ताह के अंदर मुख्यमंत्री को अवगत कराना है। जिले में दस अनुदानित मदरसे हैं जिसमें करीब 138 शिक्षक व कर्मचारी कार्यरत हैं।
फर्जी शिक्षकों में हड़कंप
सरकार के इस फरमान से संदिग्ध प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। शहर के चार व ग्रामीण इलाके के छह अनुदानित मदरसे में पढ़ाने वाले शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की बारीकी से जांच होगी। फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की नौकरी जाना तय है साथ ही विधिवत कार्रवाई भी होगी। जिले में उच्च आलिया स्तर के सात व आलिया स्तर के तीन मदरसें हैं।
उच्च आलिया स्तर के अनुदानित मदरसे
उच्च आलिया स्तर के अनुदानित मदरसों में मदरसा अंजुमन इस्लामिया खूनीपुर, मदरसा जियाउल उलूम पुराना गोरखपुर गोरखनाथ, मदरसा अरबिया शमसुल उलूम सिकरीगंज, मदरसा अनवारुल उलूम गोला बाजार, मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाजार, मदरसा जामिया रजविया मेराजुल उलूम चिलमापुर, अंजुमन इस्लामिया उनवल शामिल हैं।
आलिया स्तर के अनुदानित मदरसे
आलिया स्तर के अनुदानित मदरसों में मदरसा जामिया रजविया गोला बाजार, मदरसा मिस्बाहुल उलूम असौजी बाजार और मदरसा मकतब बहरुल उलूम बडग़ो शामिल हैं।