अब लोकार्पण के पत्थरों पर 'माननीयों' के नाम के साथ फोटो भी छपेगा Gorakhpur News
अल्ट्रावायलेट प्रिंटर से मल्टीकलर का उपयोग कर किसी भी समतल सतह पर शब्द और चित्र उकेरे जा सकते हैं। समतल मार्बल ग्रेनाइट लकड़ी मेटल या शीशा पर प्रिंटिंग की जा सकती है। मशीन का बोर्ड आठ गुणे चार फीट के आकार का होता है।
गोरखपुर, जेएनएन। अब तक लोकार्पण व शिलान्यास के शिलापट पर सिर्फ शब्द उकेरे जाते रहे हैं लेकिन अब इन पर तस्वीरों को भी नुमाया किया जाने लगा है। ग्रेनाइट पर छेनी-हथौड़ी से सिर्फ नाम तराशने का जमाना अब लद गया। मशीन से बहुरंगी फोटो के साथ शिलापट्ट पर लिखी गई इबारत लोगों को पसंद भी आ रही है। शहर में अत्याधुनिक मशीनों से यह काम आसान हो गया है।
धर्मशाला वार्ड में 26 नवंबर को प्रभावती देवी मार्ग का लोकार्पण हुआ। लोकार्पण के शिलापट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महापौर सीताराम जायसवाल, पार्षद बब्लू गुप्ता के साथ ही अन्य लोगों की रंगीन फोटो देख लोग हैरान रह गए। लोगों को भरोसा ही नहीं हो रहा था कि जिस ग्रेनाइट पत्थर पर नाम लिखवाने में घंटों लग जाते थे, अब उसी पर रंगीन फोटो भी बन सकती है। खुद महापौर भी चौंक गए थे। उन्होंने भी इस तकनीक की जानकारी ली और इसकी तारीफ की।
ऐसे हुआ संभव
अल्ट्रावायलेट प्रिंटर (यूवी प्रिंटर) से मल्टीकलर का उपयोग कर किसी भी समतल सतह पर शब्द और चित्र उकेरे जा सकते हैं। समतल मार्बल, ग्रेनाइट, लकड़ी, मेटल (धातु) या शीशा पर प्रिंटिंग की जा सकती है। प्रिंटिंग से जुड़े संजय सिंह ने बताया कि मशीन का बोर्ड आठ गुणे चार फीट के आकार का है। यह फ्लेक्स मशीन की तरह ही है लेकिन इसमें मीडिया स्थिर रहता है और हेड प्रिंट करता है। जबकि फ्लेक्स मशीन रोल टू रोल चलती हैं।
आलमारी पर भी बनवा रहे तस्वीर
यूवी प्रिंटर के बारे में जिन्हें पता है वह इसकी मदद से आलमारियों व घर के अन्य सामान पर खुद और परिवार के अन्य सदस्यों की फोटो बनवा रहे हैं। यह फोटो लंबे समय तक खराब नहीं होती है।
समय की होगी बचत
यूवी प्रिंटर से लोकार्पण शिलापट व अन्य काम करने में आसानी हो गई है। कम समय में ज्यादा और आकर्षक काम संभव हुआ है।