नगर निगम के नामित पार्षदों ने ली शपथ, सभासदों की संख्या 80 हुई Gorakhpur News
नगर निगम के मनोनीत पार्षदों ने शपथ ग्रहण कर िलिया। अब सभासदों की कुल संख्या 80 हो गई है। सभी से विकास कार्य कराने की उम्मीद की गई है।
गोरखपुर, जेएनएन। नामित होने के 88 दिनों बाद नगर निगम के सदन हाल में 10 पार्षदों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। पहले शपथ ग्रहण एक जून को होना था, लेकिन गुरुवार देर रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महापौर सीताराम जायसवाल से बात कर शपथ ग्रहण कराने को कहा था। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए सदन हाल के दरवाजों को बंद करा दिया गया था। नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने नामित पार्षदों को शपथ पत्र दिया। इसके बाद नामित पार्षदों को शपथ दिलाई गई। सांसद रविकिशन ने कहा कि नामित पार्षद पूरी मेहनत और ईमानदारी से जनता की समस्याओं को दूर कराएं। नगर विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने लॉकडाउन में नगर निगम के कार्यों की तारीफ की। नामित पार्षदों से कहा कि जिन वार्डों में भाजपा के पार्षद नहीं हैं, वहां विकास कार्यों पर नजर रखें और जनता को सहूलियत देने के लिए कार्य करें। विधायक विपिन ङ्क्षसह और एमएलसी देवेंद्र प्रताप ङ्क्षसह ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान डॉ. धर्मेंद्र सिंह, राजेश गुप्ता, जवाहर कसौधन, उपसभापति अजय राय, बृजेश सिंह छोटू, ऋषिमोहन वर्मा, आलोक सिंह विशेन आदि मौजूद रहे।
तीन मार्च को हुए थे नामित
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने तीन मार्च को नगर निगम गोरखपुर में 10 नामित पार्षदों की सूची जारी की थी। नगर निगम के पास सूची आने के बाद शपथ ग्रहण को लेकर तैयारियां शुरू होने से पहले ही लॉकडाउन की घोषणा हो गई। इस कारण शपथ ग्रहण नहीं हो सका था। नगर निगम में अब 80 पार्षद हो गए हैं।
इन्होंने ली शपथ
ओमप्रकाश शर्मा, जितेंद्र चौधरी उर्फ जीतू, मदनलाल गुप्ता, उमेश चंद्र श्रीवास्तव, अशोक मिश्र, मीरा श्रीवास्तव, वीर ङ्क्षसह सोनकर, धर्मदेव चौहान, लक्ष्मण नारंग, रणंजय सिंह जुगनू।
नगर आयुक्त करते रहे अनुरोध
लॉकडाउन के बीच शपथ ग्रहण होने के कारण नगर निगम प्रशासन ने फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए कम लोगों को बुलाया था, लेकिन सदन हाल से लगायत नगर निगम परिसर में काफी लोग इकट्ठा हो गए थे। नगर निगम प्रशासन ने सदन हाल के दरवाजे बंद कराकर शपथ ग्रहण कराया। नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह लोगों से फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाने का अनुरोध करते रहे। शपथ ग्रहण के बाद जब महापौर, सांसद, विधायक और नगर आयुक्त चले गए तो फोटो खिंचवाने के चक्कर में फिजिकल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ीं।