गोरखपुर विश्वविद्यालय में दूसरी बार मनाया गया नो ह्वीकल-डे, शिक्षकों के साथ पैदल दफ्तर पहुंचे कुलपति
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में महीने के अंतिम कार्यदिवस पर गुरुवार को नो ह्वीकल-डे मनाया।पूरे दिन परिसर में एक भी वाहन चलता नहीं दिखा। कुछ शिक्षक व कर्मचारी साइकिल ई-बाइक और ई-रिक्शा से भी पहुंचे। इसकी शुरुआत पिछले महीने से हुई थी इसलिए गुरुवार को अभियान का दूसरा दिन था।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में महीने के अंतिम कार्यदिवस पर गुरुवार को नो ह्वीकल-डे मनाया। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कुलपति प्रो. राजेश सिंह, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ अपने आवास से पैदल दफ्तर पहुंचे। पूरे दिन परिसर में एक भी वाहन चलता नहीं दिखा। कुछ शिक्षक व कर्मचारी साइकिल, ई-बाइक और ई-रिक्शा से भी पहुंचे। इसकी शुरुआत पिछले महीने से हुई थी, इसलिए गुरुवार को अभियान का दूसरा दिन था।
पर्यावरण संरक्षण है अभियान का मकसद
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि अभियान का मकसद समाज को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। इससे महानगर को ट्रैफिक जाम से भी निजात मिलेगी। लोगों की सोच में बदलाव आएगा और उन्हें पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपने दायित्वों का अहसास होगा।
पैदल आए सभी शिक्षक
कुलपति के साथ विश्वविद्यालय में पैदल आने वाले शिक्षकों में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह, मुख्य नियंता प्रो. सतीश चंद्र पांडेय, प्रो. अजय शुक्ला, प्रो. शरद मिश्रा, प्रो. नंदिता सिंह, प्रो. विनय कुमार सिंह, प्रो. एसपी सिंह, डा. महेंद्र सिंह, दीपेंद्र मोहन सिंह सहित सभी शिक्षक नो ह्वीकल डे पर पैदल ही ड्यूटी पर पहुंचे।
विवि चौराहे से छात्रसंघ चौराहे तक वाहन न चलने का भी करेंगे प्रयास
कुलपति प्रो. राजेश ङ्क्षसह ने बताया कि छात्रसंघ चौराहा से लेकर विश्वविद्यालय चौराहा तक हर महीने के अंतिम कार्यदिवस पर चलाए जा रहे अभियान के क्रम में नो व्हीकल रूट की तैयारी की जा रही है। इसके लिए जिलाधिकारी और एसएसपी को पत्र लिखकर एक दिन के लिए रूट डायवर्जन का अनुरोध किया जाएगा, ताकि एक दिन के लिए ही सही शहर की एक ऐसी सड़क हो, जो पूरी तरह वाहनमुक्त हो।
सभी विभागों की होगी रेटिंग
ग्रीन कैंपस इनीशिएटिव के तहत सभी विभागों की रेङ्क्षटग की जाएगी। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभागों को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के अंदर नो स्मोङ्क्षकग, पान गुटखा को बैन किए जाने सरीखे बोर्ड लगाए जाएंगे और इसका सख्ती से अनुपालन किया जाएगा। गलती करने वालों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।