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मुश्किल हुई दिल्‍ली-मुंबई की राह, लंबी दूरी की ट्रेनों में 'नो रूम'

छठ के बाद दिल्‍ली-मुंबई जाने वाली सभी प्रमुख ट्रेनें फुल हो गई हैं। इस कारण यात्रियों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 03:57 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 09:39 AM (IST)
मुश्किल हुई दिल्‍ली-मुंबई की राह, लंबी दूरी की ट्रेनों में 'नो रूम'
मुश्किल हुई दिल्‍ली-मुंबई की राह, लंबी दूरी की ट्रेनों में 'नो रूम'

गोरखपुर, जेएनएन : छठ बाद लोगों की घर से वापसी शुरू हो गई है। नौकरीपेशा, व्यवसाई और छात्र देहरादून, दिल्ली, पंजाब और मुंबई जाने के लिए परेशान हैं लेकिन ट्रेनों में जगह नहीं मिल पा रही। नवंबर तक सभी नियमित ट्रेनें पहले से ही फुल हैं। कंफर्म टिकट के लिए मारामारी मची है। बिहार से चलने वाली स्पेशल ट्रेनें भी गिनती की रह गई हैं। स्पेशल ट्रेनों की लेटलतीफी के चलते लोग रुटीन ट्रेनों की तरफ ही भाग रहे हैं।

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शनिवार को 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस में सीट के लिए लोग सुबह से ही लाइन में लग गए थे। तीन बजे के आसपास जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म नंबर दो पर लगी, यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी। देखते ही देखते महिला और दिव्यांग सहित सभी बोगियां फुल हो गईं। जनरल बोगियों में सीट के लिए लोगों को धक्कामुक्की करनी पड़ी। जगह नहीं मिली तो दिव्यांग बोगी में सामान्य पुरुषों ने कब्जा जमा लिया। हालांकि रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने खाली करा दिया। शाम 4.35 बजे तक ट्रेन चलने तक लोग पहुंचते रहे। कुछ लोग प्लेटफार्म पर ही छूट गए। अधिकतर वैशाली एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुई तो कई ने अपनी प्लानिंग ही बदल ली।

गोरखधाम ही नहीं दिल्ली जाने वाली वैशाली, बिहार संपर्क क्रांति और सप्तक्रांति की स्थिति यही रही। देहरादून और मुंबई जाने वाली ट्रेनों में तो पहले से ही नो रूम की स्थिति बनी हुई है। जानकारों का कहना है कि सोमवार तक यह भीड़ रहेगी। इसके बाद धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो जाएगी। लेकिन कंफर्म टिकटों का टोटा बरकरार रहेगा। हालाकि बिहार से दिल्ली के लिए चलने वाली स्पेशल ट्रेनों ने भीड़ को कम कर दिया है। रोडवेज और प्राइवेट बसों ने भी राह को कुछ आसान बना दिया है।


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