Move to Jagran APP

फर्जी वारंट बनाकर बेगुनाहों को जेल भिजवा रहा गिरोह, वारंट के नाम पर हो रही वसूली Gorakhpur News

गोरखपुर में फर्जी वारंट बनाकर बेगुनाह कोर्ट में तलब कराने वालो गिरोह काम कर रहा है। मामले का पर्दाफाश होने के बाद सिविल जज सीनियर के फौजदारी लिपिक ने कैंट थाने में अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 01:20 PM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 12:26 PM (IST)
फर्जी वारंट बनाकर बेगुनाहों को जेल भिजवा रहा गिरोह, वारंट के नाम पर हो रही वसूली Gorakhpur News
गोरखपुर में फर्जी वारंट बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। - जागरण

गोरखपुर, जेएनएन। फर्जी वारंट बनाकर बेगुनाह कोर्ट में तलब किए जा रहे हैं। कचहरी में सक्रिय जालसाजों का रैकेट इसकी आड़ में वसूली कर रहा है। मामले का पर्दाफाश होने के बाद सिविल जज सीनियर के फौजदारी लिपिक ने कैंट थाने में अज्ञात जालसाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस कचहरी में सक्रिय रैकेट की छानबीन में जुट गई है।

loksabha election banner

17 अगस्‍त 2020 को बहराइच जिले के रहने वाले कुलेराज, परमजीत व विजयभान ने जनपद न्‍यायाधीश को प्रार्थन पत्र देकर बताया था सहजनवां थाने में दर्ज लूट, मारपीट के मामले में फर्जी वारंट जारी कर उन्‍हें कोर्ट में तलब किया गया था। जबकि उनके खिलाफ ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं है। जनपद न्‍यायाधीश ने मामले की जांच कराई तो पता चला कि कचहरी परिसर में कुछ ऐसे लोग सक्रिय हैं जो फर्जी वारंट जारी कर लोगों को परेशान कर रहे हैं। 

जांच में सामने आया मामला

25 सितंबर को प्रशासनिक न्‍यायाधीश ने सिविल जज सीनियर डीविजन के फौजदारी लिपिक को नोटिस जारी कर संबंधित पत्रावली के बारे में आख्‍या तलब की थी। जांच में पता चला कि सहजनवां थाने बहराइच के रहने वाले कुलेराज, उमाकांत, गुड्डू, परमजीत एवं विजयभान के खिलाफ उक्‍त मुकदमा लंबित ही नहीं है। जालसाजों ने फर्जी वारंट का तामिला कराने के लिए एसपी बहराइच को पत्र भी लिखा था। फौजदारी लिपिक ओमप्रकाश सिंह की रिपोर्ट पर जनपद न्‍यायाधीश ने कूटरचित दस्‍तावेज तैयार करके जालसाजी करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए थे। जिसके अनुपालन में फौजदारी लिपिक ने कैंट थाने में तहरीर दी। प्रभारी निरीक्षक कैंट मनोज राय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है। साक्ष्‍य के आधार पर कार्रवाई होगी।

अधिवक्‍ता कई बार कर चुके हैं शिकायत

फर्जी वारंट जारी करने के मामले में प्राइवेट मुंशियों की भूमिका सवालों के घेरे में है। कई प्राइवेट मुंशियों के गलत कार्य में लिप्‍त होने की शिकायत अधिवक्‍ता पहले भी कर चुके हैं लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इस बार मामला जनपद न्‍यायाधीश के संज्ञान में आया तो उन्‍होंने त्‍वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दे दिया।

दो पक्षों में मारपीट, तोड़ी बाइक

सहजनवा क्षेत्र के घघसरा चौकी अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठर्रापार परिसर में दो पक्षों ने आपस में मारपीट की। इस दौरान बाइक भी तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दी। बाद में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के विरुद्ध तहरीर देकर मारपीट व जान से मारने का आरोप लगाया है।

घघसरा निवासी रितेश सिंह ने थाने पर तहरीर देकर आरोप लगाया है कि कुछ व्यक्ति सीएचसी में पहुंचकर उन्हें गाली दिया। घर जा रहे उनके सहयोगी अमन सिंह को लाठी, डंडे से पीटा। यहां कि अस्पताल परिसर में खड़ी उनकी दो बाइक को भी तोड़ दिया। दूसरे पक्ष से घघसरा के ग्राम प्रधान दिलीप कुमार सैनी ने घघसरा चौकी पर तहरीर देकर आरोप लगाया है कि उनके पुत्र विकास सैनी सीएचसी अपने मित्र वीरेन्द्र मौर्य के माता का इलाज करने गए थे। उसी दौरान वहां कुछ व्यक्ति पहुंच गए। उन्होंने उनके पुत्र को मारा पीटा और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.