गोरखपुर में सफाई व्यवस्था से हार गया नगर निगम, असली वजह तेल चोरी तो नहीं Gorakhpur News
गोरखपुर नगर निगम में सफाई करने के लिए 3140 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। इनमें स्थाई सफाई कर्मचारियों की संख्या 540 है और आउटसोर्सिंग से 2600 सफाई कर्मचारियो को तैनात किया गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। साफ-सफाई के मोर्चे पर नगर निगम हारता जा रहा है। आधुनिक मशीन, सफाईकर्मियों की फौज, अफसरों की तेजी भी शहर में दुर्गंध फैलने से नहीं रोक पा रही है। सड़क किनारे कूड़ा पड़ा है तो तेल चुराने के चक्कर में नगर निगम के ड्राइवर कूड़ा पड़ावों से दिन में एक बार ही कूड़ा उठा रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में इकट्ठा कूड़ा उठाकर पड़ाव स्थलों पर पहुंचाया जाता है। नगर निगम के वाहनों से यह कूड़ा बाद में एकला बांध पर गिराया जाता है। 'दैनिक जागरण की टीम ने दोपहर शहर के कुछ इलाकों में साफ-सफाई की पड़ताल की। सफाई तो ठीक मिली लेकिन कूड़ा इकट्ठा करने से लेकर निस्तारण तक की व्यवस्था काफी खराब मिली।
लालडिग्गी के पास सड़क किनारे कूड़ा
नगर निगम ने लालडिग्गी पार्क के पास कूड़ा पड़ाव स्थल पर बड़ी मशीन लगा रखी है। इस मशीन में पांच ट्रक से ज्यादा कूड़ा इकट्ठा करने की क्षमता है। नियमानुसार क्षेत्र का कूड़ा सीधे मशीन में डाला जाना चाहिए लेकिन कूड़ा वाहनों के ड्राइवर कूड़ा लालडिग्गी पार्क के किनारे फेंककर भाग जाते हैं। सिविल लाइंस में आरटीओ के पास और इंदिरा बाल विहार पर एसएसपी आवास के पास कूड़ा पड़ाव स्थल से दिन में एक बार कूड़ा उठाया जाता है। दोपहर बाद से लेकर अगले दिन दोपहर तक कूड़ा सड़ता रहता है। जबकि आदेश हैं कि दिन में तीन बार कूड़ा उठाया जाएगा।
कूड़ा ढककर नहीं ले जा रहे
नगर निगम के वाहन चालकों को स्पष्ट निर्देश हैं कि कूड़ा रखने के बाद ढककर एकला बांध तक ले जाएं लेकिन कूड़ा लादने के बाद ढका नहीं जा रहा है। सोमवार को रहमतनगर खोखा टोला स्थित कूड़ा पड़ाव स्थल से 'दैनिक जागरणÓ की टीम ने राजघाट पुल तक कूड़ा गाड़ी का पीछा किया। गाड़ी जिस रास्ते से गुजरी दुर्गंध से लोगों का बुरा हाल रहा। फिर भी कूड़ा ढका नहीं गया।
तेल चोरी बन रही वजह
नगर निगम में तेल का खेल पुराना है। तेल चोरी करने के लिए निगम के ड्राइवर काम ज्यादा दिखाते हैं लेकिन करते कम हैं। यह स्थिति वाहनों में जीपीएस लगने के बाद भी बनी हुई है। पिछले साल तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने तेल चोरी का पर्दाफाश भी किया था। कुछ दिनों तक व्यवस्था ठीक रही लेकिन अब फिर तेल चोरी का खेल शुरू हो गया है।
सफाई करने के लिए तैनात हैं 3140 कर्मचारी
गोरखपुर नगर निगम में सफाई करने के लिए 3140 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। इनमें स्थाई सफाई कर्मचारियों की संख्या 540 है और आउटसोर्सिंग से 2600 सफाई कर्मचारियो को तैनात किया गया है। अंदाजा लगा सकते हैं कि यदि यह कर्मचारी एक साथ सफाई करने के लिए निकल जाएं तो शहर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं रहेगा जहां सफाई न हो सके।
मानीटरिंग तो की जा रही
इस संबंध में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मुकेश रस्तोगी का कहना है कि कूड़ा ढककर ले जाने का आदेश है। कहीं गंदगी न रहे इसके लिए लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। ड्राइवर यदि समय से कूड़ा नहीं उठा रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।