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Shootout in Gorakhpur: पति ने कहा, पत्‍नी से नहीं था कोई विवाद- हम साथ रहते थे Gorakhpur News

गोरखपुर में परिषदीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका निवेदिता मेजर की हत्‍या के मामले में प्रतिदिन नए खुलासे हो रहे हैं। भाड़े के शूटरों द्वारा हत्‍या किए जाने का खुलासा होने के बाद निवेदिता के पति ने निवेदिता से मनमुटाव को अफवाह बताया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 12:43 PM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 11:38 PM (IST)
Shootout in Gorakhpur: पति ने कहा, पत्‍नी से नहीं था कोई विवाद- हम साथ रहते थे Gorakhpur News
गोरखपुर की निवेदिता मेजर, जिनकी बदमाशों ने गोली मारकर हत्‍या कर दी। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। परिषदीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका निवेदिता मेजर का पोस्‍टमार्टम के बाद बशारतपुर पश्चिमी आवास पर लाया गया। निवेदिता की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई थी। मेडिकल कालेज से भारी पुलिस बल के साथ जैसे ही शव घर पहुंचा, परिजनों, शुभचिंतकों व कालोनीवासियों में कोहराम मच गया। ईसाई धर्म के अनुसार धर्मगुरु ने रीति रिवाज के साथ घर के बगल स्थित सेंट जान्स कब्रिस्तान में दफन किया गया। इस बीच निवेदिता के पति मनीष मेजर ने पत्‍नी से विवाद की बात से इनकार किया है। मनीष ने कहा कि वह दोनो एक साथ रहते थे और उनके बीच कोई विवाद नहीं था।

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पत्नी मुझे प्यार करती थी : मनीष

निवेदिता के पति मनीष मेजर ने कहा कि अफवाह फैलाया जा रहा है कि हम सात वर्षों से अलग-अलग रहे रहे थे। यह गलत है, पत्नी निवेदिता हमसे बेहद प्यार करती थी। हम दोनों एक साथ एक ही मकान में रहते थे।

गोली की आवाज को लोगों ने आतिशबाजी समझ लिया

घटनास्थल पर लोगों ने बताया कि ईसाई समाज में शादी तय होने के बाद चर्च में धर्मगुरु द्वारा शादी की पुकार की जाती है, निवेदिता मेजर के मायके से सटे एक लड़की की शादी तय हुई है जिसका रविवार को पहला पुकार था। पुकार के बाद जम कर आतिशबाजी होता है। गोली की आवाज को आतिशबाजी समझ कर लोग घरों से बाहर नही निकले। कालोनी के लोग यदि घरों से बाहर निकले होते तो हमलावर मौके पर ही पकड़े गए होते।

बहुत मिलनसार थींं निवेदिता 

सेंट एंड्रूज डिग्री कालेज गोरखपुर में राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष से अवकाश प्राप्त डेविट एन्द्रीयाज मृतका के पिता थे जो चर्च व गरीबों को बहुत दान देते थे। उनकी मृत्यु के बाद पिता के कदमोंं पर चलते हुए निवेदिता भी पति मनीष मेजर के साथ चर्च में बढ़-चढ़कर दान व गरीबों की सहायता करती थी। निवेदिता के मिलनसार प्रबृत्ति की चर्चा था। पिता की मृत्यु के बाद निवेदिता ही माता निर्मला इंद्रियाज व पति मनीष मेजर का ख्याल करती थी।

ज्ञानू तिवारी के अलावा किसी से कोई दुश्मनी नही : निर्मला

निवेदिता की मां निर्मला इंद्रियाज ने बताया कि ज्ञानू तिवारी ही कई मुकदमा करके हम लोगो को परेसान करता था। हमारी 4400 वर्गफीट जमीन में से कुछ जमीन का मात्र 100 रुपयों के स्टैम्प पर फर्जी विक्रय बिलेख जमीन मालकिन संजीवनी एन्द्रीयज से लिखवा कर मुकदमा कर दिया था तथा मात्र 10 फिट रास्ते का समझौता हुआ था जिसे वह जबरन 12 फीट करा रहा था।

दर्जन भर से ज्यादा लोगो से चल रही पूछताछ

थानेदार सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि नामजद तीन अभियुक्तों सहित दर्जन भर से ज्यादा लोगोंं से पूछताछ चल रहा है। पुलिस शूटरों के तलाश में लगी है। अभी तक की जांच में जमीन विबाद ही सामने आ रहा है।

बदहवाश हुआ पुत्र

निवेदिता का एक मात्र पुत्र 7वींं का छात्र इथान को विश्वास ही नही हो रहा है कि उसकी मेरी मां अब इस दुनिया मे नही हैंं। वह बदहवाश हाल में एक जगह पड़ा हुआ है। 


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