Move to Jagran APP

UP: बंद होगी रोडवेज की रात्रिकालीन बस सेवा, 40 फीसद से कम यात्री वाले रूटों पर नहीं चलेगी बसें

नई व्यवस्था के तहत परिवहन निगम ने बाइपास सेवा पर भी रोक लगा दी है। अब सभी बसें डिपो से होकर ही आगे के लिए रवाना होंगी। दरअसल ट्रेनों की तरह रोडवेज की बसों को भी यात्री नहीं मिल रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 07:30 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 08:53 PM (IST)
UP: बंद होगी रोडवेज की रात्रिकालीन बस सेवा, 40 फीसद से कम यात्री वाले रूटों पर नहीं चलेगी बसें
यूपी रोडवेज अपनी रात्रिकालीन सेवा बंद करने जा रहा है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। 40 फीसद से कम यात्री मिलने वाले रूटों पर रोडवेज की बसें नहीं चलेंगी। रात्रिकालीन बस सेवा भी ठप कर दी जाएंगी। डिपो परिसर में खड़ी बसें भी माह के अंत में परिवहन विभाग में सरेंडर कर दी जाएंगी। ताकि, टैक्स बचाया जा सके। अभी तक 54 बसें सरेंडर की जा चुकी हैं।

loksabha election banner

माह के अंत तक सरेंडर कर दी जाएंगी डिपो परिसर में खड़ी बसें

नई व्यवस्था के तहत परिवहन निगम ने बाइपास सेवा पर भी रोक लगा दी है। अब सभी बसें डिपो से होकर ही आगे के लिए रवाना होंगी। दरअसल, ट्रेनों की तरह रोडवेज की बसों को भी यात्री नहीं मिल रहे हैं। गोरखपुर से लोकल रूटों (देवरिया, पडरौना, तमकुहीराज, महराजगंज, सोनौली व ठुठीबारी आदि) पर तो यात्री मिल भी जा रहे, लेकिन गोरखपुर से लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर और दिल्ली रूट पर यात्री नहीं मिल रहे। गर्मी में भी वातानुकूलित बसें भी खाली ही चल रही हैं। ऐसे में परिवहन निगम को आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। 

इतनी कम हो गई रोडवेज की आय

गोरखपुर परिक्षेत्र में जहां सामान्य दिनों में रोजाना एक करोड़ व उससे अधिक की कमाई हो रही थी, अब लगभग 30 से 35 लाख रुपये पर आकर सिमट गई है। यात्रियों की संख्या के साथ कमाई भी लगातार घट रही है। अधिकतर बसें डिपो परिसर में खड़ी हो गई हैं।

60 एसी बसों के संचालन पर रोक

परिवहन निगम ने गोरखपुर और राप्तीनगर डिपो की 60 एसी बसों के संचालन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। जिसमें गोरखपुर डिपो की आठ और राप्तीनगर डिपो की 52 एसी बसें शामिल हैं। अब दोनों डिपो से यात्री मिलने पर सिर्फ सामान्य बसें ही चलाई जाएंगी। गोरखपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी के अनुसार कोरोना के दूसरी लहर में यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.