Good News : आसान हुई राह, कम हो गई इन क्षेत्रों की 70 किमी दूरी
नई ट्रेन लाइन से सिवान जनपद के महराजगंज और छपरा जिले के मशरख के बीच की दूरी भी 70 किमी कम हो जाएगी।
गोरखपुर, (जेएनएन)। यूपी और बिहार के सीमावर्ती पिछड़े क्षेत्र में भी शीघ्र ट्रेनों की छुक-छुक सुनाई पड़ेगी। महराजगंज-मशरख नई रेल लाइन को रेल राज्यमंत्री की हरी झंडी मिलते ही यहां के लोगों के लिए आवागमन भी आसान हो जाएगा। यह क्षेत्र भी गोरखपुर-छपरा मुख्य रेलमार्ग से सीधे जुड़ जाएगा।
पहले तय करते थे 106 किमी की दूरी अब 36 किमी ही चलना पड़ेगा
सिवान जनपद के महराजगंज और छपरा जिले के मशरख के बीच की दूरी भी 70 किमी कम हो जाएगी। छपरा-थावे के बीच आवागमन का एक अच्छा विकल्प मिल गया है। जहां एक से दूसरी जगह जाने में 106 किमी चलना पड़ता था अब सिर्फ 36 किमी की दूरी तय कर लोग अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। महराजगंज-मशरख नई बड़ी लाइन का शिलान्यास 19 फरवरी 2004 को हुआ था। लगभग 412 करोड़ की लागत से यह लाइन बनकर तैयार हुई है। इस रेल खंड पर छोटे- बड़े कुल सात स्टेशन बनाए गए हैं। नई रेल लाइन के निर्माण में कुल 37 गांवों की 337 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
इस रूट पर कल से चलेगी पैसेंजर ट्रेन
इस नई रेल लाइन पर 22 अक्टूबर से 55171/55172 नंबर की पैसेंजर ट्रेन का संचलन नियमित शुरू हो जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ संजय यादव ने बताया कि बड़ी लाइन के माध्यम से यह क्षेत्र महानगरों से जुड़ गया है। क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास की प्रक्रिया को नई गति मिलेगी।