अब सहारा इस्टेट के पास रहेंगे नगर निगम के अफसर-कर्मचारी Gorakhpur News
महापौर सीताराज जायसवाल का कहना है कि नगर निगम का दायरा बढ़ रहा है। इसे देखते हुए अफसरों व कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ेगी।
गोरखपुर, जेएनएन। सीमा विस्तार से पहले नगर निगम प्रशासन अपने अफसरों और कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था में जुट गया है। सहारा इस्टेट के पास नगर निगम अफसरों-कर्मचारियों के लिए बहुमंजिला भवन बनवाएगा। नगर निगम की यहां एक एकड़ पांच डिसमिल जमीन है। नगर निगम ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। डीएम के साथ महापौर और नगर आयुक्त की बैठक के बाद प्रस्ताव बनना शुरू हो जाएगा।
नगर निगम में जुड़ रहे हैं 31 नए गांव, कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ेगी
नगर निगम में 31 नए गांव जुड़ रहे हैं। इन गांवों के नगर निगम में जुडऩे के बाद यहां की सड़क-नाली, पथ प्रकाश की व्यवस्था दुरुस्त करने की जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की हो जाएगी। सीमा विस्तार के बाद नगर निगम में अफसरों व कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। अभी नगर निगम के अफसर शहर में अलग-अलग जगहों पर रहते हैं। नगर आयुक्त का आवास गोलघर में है तो चीफ इंजीनियर जलकल परिसर में रहते हैं। अपर नगर आयुक्त और अन्य अफसरों के आवास भी एक जगह नहीं हैं।
कर्मचारी आवास भी हो चुके हैं जर्जर
नगर निगम के कर्मचारियों के आवास भी शहर में कई स्थानों पर हैं। 30 साल से भी ज्यादा समय पहले बने यह आवास जर्जर हो चुके हैं। यही वजह है कि आवास आवंटन के बाद भी कई कर्मचारी किराए के कमरे में रहते हैं।
डीएम की मंजूरी के बाद बनेगा प्रस्ताव
इस संबंध में महापौर सीताराज जायसवाल का कहना है कि नगर निगम का दायरा बढ़ रहा है। इसे देखते हुए अफसरों व कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ेगी। इनके रहने की व्यवस्था पहले कर ली जाएगी तो विकास कार्यों को और गति मिलेगी। नौकायन के पास नगर निगम की जमीन पर अफसरों व कर्मचारियों के लिए आवास बनाने का निर्णय लिया गया है। डीएम के साथ बैठक कर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। डीएम की स्वीकृति के बाद प्रस्ताव बनाया जाएगा।