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कोरोना की नई दवा बाजार में आई, चिकित्‍सकों की सलाह पर ही करें इसका उपयोग

कोरोना वायरस की नई दवा फैबिफ्लू बाजार में पहुंच गई है। ग्लैनमार्क फार्मास्यूटिकल्स ने इसेे बनाया है। ि‍विशेषज्ञों ने

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 02:38 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jul 2020 09:15 AM (IST)
कोरोना की नई दवा बाजार में आई, चिकित्‍सकों की सलाह पर ही करें इसका उपयोग
कोरोना की नई दवा बाजार में आई, चिकित्‍सकों की सलाह पर ही करें इसका उपयोग

गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना मरीजों व उनके इलाज में लगे डॉक्टरों के लिए राहत भरी खबर है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से मंजूरी मिलने के बाद ग्लैनमार्क फार्मास्यूटिकल्स निर्मित दवा फैबिफ्लू भालोटिया मार्केट में पहुंच गई है। यह एंटी वायरल है। बताया जा रहा है कि इसका इस्तेमाल हल्के लक्षणों वाले कोरोना मरीजों के लिए किया जा सकता है। खासकर हल्की सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार होने पर मरीज को यह दवा दी जाती है। इसे मेडिकल स्टोरों पर भी उपलब्ध करा दिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के इस दवा का इस्तेमाल न किया जाए।

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कोरोना वार्ड में तैनात डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को दी जा रही है यह दवा

कुछ दवाएं कोरोना मरीजों पर ज्यादा कारगर साबित हुई हैं, जिनमें हाइड्राक्सीक्लोरोक्वीन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और फैबिफ्लू हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के निर्देश के बाद हाइड्राक्सीक्लोरोक्विन तो कोरोना वार्ड में तैनात डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को दी जाने लगी है। औषधि विभाग ने हर कोविड अस्पताल को यह दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध भी कराई है। इसकी कालाबाजारी पर भी विभाग की नजर है। एक-एक गोली का हिसाब लिया जा रहा है।

कारगर हो सकती है दवा

सर्वाधिक मरीज यहां अलाक्षणिक मिले हैं। इसके अलावा 80 फीसद से ज्यादा मरीजों में बहुत हल्के लक्षण हैं। इन मरीजों के लिए फैबिफ्लू दवा काफी कारगर हो सकती है।

फैबिफ्लू दवा को सरकार से मंजूरी मिल गई है। फिलहाल मेडिकल कॉलेज में अभी इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। हल्की सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों को यह दवा दी जा सकती है, लेकिन इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करें। - डॉ. अश्विनी मिश्रा, अध्यक्ष, टीबी एवं चेस्ट रोग विभाग, बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज

नहीं पहुंचा रेमडेसिविर इंजेक्शन

कोरोना के इलाज में कारगर साबित हो चुके रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति अभी भालोटिया में नहीं हो पाई है। हालांकि 10 दिन पहले ही व्यापारियों ने आर्डर भेज दिया है। दिल्ली व नोएडा में कालाबाजारी को लेकर यह इंजेक्शन चर्चा में आया था। शासन ने औषधि आयुक्त को पत्र भेजकर इसकी कालाबाजारी रोकने का निर्देश दिया था। उसी समय कुछ व्यापारियों ने इसका आर्डर भेजा था। फिलहाल यह इंजेक्शन गोरखपुर में उपलब्ध नहीं हो पाया है। दवा विक्रेता समिति के महामंत्री आलोक चौरसिया ने बताया कि आर्डर भेजे गए हैं, लेकिन लखनऊ, वाराणसी व नोएडा में भी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है, इसलिए आपूर्ति नहीं हो पा रही है।


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