तस्करी कर भारत में ला रहे नेपाली शराब
महराजगंज जिले की नेपाल सीमा से सटे भारतीय गांवों में इन दिनों नेपाली शराब की तस्करी हो रही है
By Edited By: Published: Mon, 04 Feb 2019 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 05 Feb 2019 10:29 AM (IST)
गोरखपुर, जेएनएन। महराजगंज जिले की नेपाल सीमा से सटे भारतीय गांवों में इन दिनों नेपाली शराब की बिक्री धड़ल्ले से चल रही है। इससे जहां इस काले कारोबार में लगे लोगों को मुनाफा हो रहा है, वहीं सस्ती एवं जहरीली शराब पीने से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।
साथ ही सरकारी राजस्व को हर माह लाखों रुपये का चूना भी लग रहा है। इस कारोबार में दर्जनों लोग लगे है। कारोबारियों को कुछ सफेदपोश व पुलिसिया संरक्षण भी प्राप्त है। इन दिनों स्थिति यह है कि चोर रास्तों से बड़ी संख्या में नेपाली शराब महराजगंज के सीमावर्ती क्षेत्रों में पहुंच रही है, वही फरेंदा तहसील क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। तस्करों के मजबूत नेटवर्क के चलते सुरक्षा एजेंसियों को भी इन्हें रोक पाना मुश्किल हो रहा है।नेपाली शराब की है काफी मांग: नेपाल में बनी सौफी, लीची, फाइटर, बैटिल हाफ, फायर सहित अन्य ब्रांड की शराब बहुत कम कीमत पर मिल जाती है। जबकि स्थानीय देशी शराब का रेट 45 से 65 रुपये प्रति शीशी होती है। वही तस्करों द्वारा नेपाल से शराब लाकर 25 रुपये प्रति शीशी बेची जा रही है।
बरामदगी बयां कर रही हकीकत
23 जनवरी को कोल्हुई पुलिस ने राजमंदिर कला गांव के पास दो साइकिलों पर लादकर नेपाल से भारत लाई जा रही 424 शीशी नेपाली शराब के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
29 जनवरी को कोल्हुई थाना क्षेत्र के राजमंदिर कला गांव के लठवापुल में जांच के दौरान एसएसबी खैराघाट व कोल्हुई पुलिस ने 540 शीशी नेपाली शराब बरामद किया था। जिसमें कोल्हुई थाना क्षेत्र बड़गो निवासी अलगू के खिलाफ पुलिस ने 60 आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई किया था।
साथ ही सरकारी राजस्व को हर माह लाखों रुपये का चूना भी लग रहा है। इस कारोबार में दर्जनों लोग लगे है। कारोबारियों को कुछ सफेदपोश व पुलिसिया संरक्षण भी प्राप्त है। इन दिनों स्थिति यह है कि चोर रास्तों से बड़ी संख्या में नेपाली शराब महराजगंज के सीमावर्ती क्षेत्रों में पहुंच रही है, वही फरेंदा तहसील क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। तस्करों के मजबूत नेटवर्क के चलते सुरक्षा एजेंसियों को भी इन्हें रोक पाना मुश्किल हो रहा है।नेपाली शराब की है काफी मांग: नेपाल में बनी सौफी, लीची, फाइटर, बैटिल हाफ, फायर सहित अन्य ब्रांड की शराब बहुत कम कीमत पर मिल जाती है। जबकि स्थानीय देशी शराब का रेट 45 से 65 रुपये प्रति शीशी होती है। वही तस्करों द्वारा नेपाल से शराब लाकर 25 रुपये प्रति शीशी बेची जा रही है।
बरामदगी बयां कर रही हकीकत
23 जनवरी को कोल्हुई पुलिस ने राजमंदिर कला गांव के पास दो साइकिलों पर लादकर नेपाल से भारत लाई जा रही 424 शीशी नेपाली शराब के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
29 जनवरी को कोल्हुई थाना क्षेत्र के राजमंदिर कला गांव के लठवापुल में जांच के दौरान एसएसबी खैराघाट व कोल्हुई पुलिस ने 540 शीशी नेपाली शराब बरामद किया था। जिसमें कोल्हुई थाना क्षेत्र बड़गो निवासी अलगू के खिलाफ पुलिस ने 60 आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई किया था।
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