महराजगंज के सीमावर्ती गांवों में धड़ल्ले से बिक रही नेपाली शराब
नेपाल में माला उमंग कर्णाली गोल्ड हजारी गोल्ड इश्क सौंफी जूली व लीची नामक देशी ब्रांड की शीशी 25 से 30 रुपये में मिल जाती है। जबकि भारतीय देशी शराब लैला व मिस्टर लाइम 50 से 65 रुपये में मिलती है।
गारेखपुर, जागरण संवाददाता। भारत-नेपाल के सीमावर्ती गांव नेपाली शराब का हब बन गए हैं। विधानसभा चुनाव के तिथियों के एलान व आचार संहिता लागू होने बाद भी धंधेबाज शराब तस्करी को बड़े ही सुनियोजित तरीके से अंजाम दे रहे हैं और भारतीय सीमावर्ती गांवों में बेंच रहे हैं। 15 जनवरी को एसडीएम रामसजीवन मौर्य ने सीमावर्ती गांव से 130 शीशी नेपाली शराब बरामद की। 17 जनवरी को नौतनवा इंस्पेक्टर राजेश कुमार पांडेय ने नौतनवा के छपवा चौराहा के पास 232 शीशी नेपाली शराब बरामद की। बावजूद सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी जारी है।
कीमतों में अंतर के कारण भारतीय क्षेत्र में है खपत
नेपाल में माला, उमंग, कर्णाली गोल्ड, हजारी गोल्ड, इश्क, सौंफी, जूली व लीची नामक देशी ब्रांड की शीशी 25 से 30 रुपये में मिल जाती है। जबकि भारतीय देशी शराब लैला व मिस्टर लाइम 50 से 65 रुपये में मिलती है। प्रति शीशी 25 से 35 रुपये के अंतर को शराब तस्कर भुनाने में जुटे हैं और राजस्व को चूना लगा रहे हैं।
यह गांव बने नेपाली शराब का अड्डा
इन गांवों में बिक रही नेपाली शराब सोनौली कोतवाली क्षेत्र के जरा, हरदीडाली चौराहा, हरदी डाली मुर्दहिया घाट, महुअवा, कुनसेरवा चौराहा पर नेपाली शराब बिक रही है। नौतनवा थाना क्षेत्र के सुंडी, आराजी सरकार उर्फ बैरियहवा, छपवा व मुडिला गांव के अलावा नौतनवा के महेंद्रवार्ड, नौतनवा इंटर कालेज के पास, परसोहिया मोहल्ला, रेलवे स्टेशन चौराहा, जयहिंद चौराहा, अस्पताल चौराहा, मंडी समिति के पास व पुराना नौतनवा पानी टंकी के पास नेपाली शराब बिक्री की जा रही है।
सीमा पर बढ़ाई गई चौकसी
नेपाली शराब की बिक्री के बाबत पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने कहा कि नेपाली शराब को भारत में आने से रोकने के लिए सीमावर्ती थाना व चौकी के पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं। सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई है। दोषियों को बक्से नहीं जाएंगे। धंधे में लिप्त लोगों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।