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अफगान शरणार्थियों पर नेपाल का बड़ा फैसला, गृह मंत्रालय ने शरण देने पर लगाई रोक

नेपाल गृह मंत्रालय ने अफगानी नागरिकों के नेपाल में शरणार्थी कागजात बनाने पर बुधवार से रोक लगा दी है। शरणार्थी पहचान पत्र जारी करने वाले अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर आफ रेफ्यूजी (यूएनएचसीआर) द्वारा नेपाल शरणार्थी पत्र जारी करने पर भी आपत्ति जताई गई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 11:58 AM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 09:19 AM (IST)
अफगान शरणार्थियों पर नेपाल का बड़ा फैसला, गृह मंत्रालय ने शरण देने पर लगाई रोक
यूपी के महराजगंज से लगती नेपाल की सीमा। - फाइल फोटो

महराजगंज, जागरण संवाददाता। नेपाल में अवैध रूप से रह रहे 11 अफगानी नागरिकों के पकड़े जाने के बाद गृह मंत्रालय ने अफगानी नागरिकों के नेपाल में शरणार्थी कागजात बनाने पर बुधवार से रोक लगा दी। शरणार्थी पहचान पत्र जारी करने वाले अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर आफ रेफ्यूजी (यूएनएचसीआर) द्वारा नेपाल शरणार्थी पत्र जारी करने पर भी आपत्ति जताई गई है। मामले को लेकर नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस, राष्ट्रीय जांच विभाग व आव्रजन विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक व वार्ता शुरू हो गई है।

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नेपाली गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता फणींद्र मणि पोखरेल ने कहा है कि यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर आफ रेफ्यूजी (यूएनएचसीआर) ने बिना गृह मंत्रालय से वार्ता या अग्रिम नोटिस के आंतरिक गृह युद्ध में फंसे देशों के नागरिकों का शरणार्थी कागजात बनाए हैं। गृह मंत्रालय ने नेपाल स्थित यूनाइटेड नेशन हाई कमिश्नर आफ रेफ्यूजी (यूएनएचसीआर) के प्रमुख कैरोलिन स्पैनथ से वार्ता कर शरणार्थी व अस्थाई निवास प्रमाण पत्र जारी करने पर रोक लगाने की बात कही।

होटल से भागा अफगानी शरणार्थी

काठमांडू के सिनामंगल क्षेत्र के होटल में 6 अफगानी नागरिकों को पुलिस ने पकड़ा था। जिनके पास भारतीय आधार कार्ड बरामद हुए थे।पुलिस ने जब होटल के आगंतुक रजिस्टर की जांच की तो एक अफगानी भाग जाने की बात सामने आई है। रजिस्टर में दर्ज ब्यौरे के अनुसार भागने वाले अफगानी नागरिक का नाम अजमल अचकेई है। जो सितंबर के दूसरे सप्ताह में अन्य अफगानियों के साथ बस द्वारा दिल्ली से सोनौली आया था। उसने भारत के पंजाब के नागरिक होने के फर्जी पहचान पत्र के जरिये बेलहिया सीमा पार कर काठमांडू पहुंचा। फिर यूएनएचसीआर में शरण लेने के बाद सात लोग 25 हजार रुपये मासिक किराया पर सिनामंगल के एक होटल में ठहरे थे। 10 हजार रुपये एडवांस किराया जमा किया गया था। नेपाल में रहने के दौरान वह जिस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करता था वह स्विच आफ है। नेपाल पुलिस फरार अफगानी की तलाश में जुटी है।


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