Nepal Disputed Map: नेपाल ने विवादित नक्शे को अपने पाठ्यक्रम में शामिल किया
Nepal Disputed Map नेपाल ने अपने विवादित नक्शे को पाठ्यक्रम में शामिल करते हुए भारत से अपने संबंधों में और कड़वाहट घोल दिया है।
By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 05:12 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 05:12 PM (IST)
सिद्धार्थनगर, जेएनएन। नेपाल ने अपने विवादित नक्शे को उच्चतर माध्यमिक पाठ्यक्रम में शामिल किया है। इस नक्शे में पिथौरागढ़ के कालापानी को नेपाल ने अपना भूभाग होने का दावा किया है। इसे लेकर नेपाल दो रुपये का सिक्का भी लांच करने जा रहा। यह सिक्का दशहरे तक आएगा।
नेपाल की ओली सरकार भारत से वार्ता के संबंध सुधारने की भले ही दुहाई दे रही है, लेकिन वह भारत विरोधी गतिविधियों से बाज नहीं आ रही है। ओली सरकार ने अपने देश के विवादित नक्शे को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया है। जानकारों का कहना है कि इसका दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ेगा। ओली सरकार ने पिछले दिनों नेपाल का एक नया नक्शा घोषित किया था। इस नक्शे में भारत के हिस्से वाले लिम्पियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को नेपाल का भूभाग बताया गया था। भारत ने इस पर कड़ा एतराज जताया था।
शिक्षा मंत्री ने पुस्तक जारी कर पैदा किया विवाद
अब नेपाल के शिक्षा मंत्रालय ने माध्यमिक शिक्षा की नई पुस्तक में संपूर्ण नेपाल का क्षेत्रफल सार्वजनिक किया है। इसमें भी काला पानी, लिपियाधुरा और लिपुलेख को नेपाल का हिस्सा बताया गया है। शिक्षा, विज्ञान और प्राविधि मंत्री गिरिराज मणि पोखरेल ने 'नेपाली भूभाग और संपूर्ण सीमा स्वाध्याय सामग्री' नामक पुस्तक सार्वजनिक की है। जिसमें नेपाल का कुल क्षेत्रफल 14764128 वर्ग किलोमीटर बताया।
और विवाद की तैयारी कर रहा नेपाल
नेपाल सरकार ने राष्ट्रीय बैंक को एक व दो रुपये के सिक्के पर नेपाल का नया नक्शा अंकित करने की स्वीकृति दी है। विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने बताया कि मंत्री परिषद बैठक में यह निर्णय किया गया है। अभी तक सिक्कों और नोटों पर नेपाल का पुराना नक्शा अंकित होता रहा है। नए सिक्के में अंकित होने वाले नक्शे में लिम्पियाधुरा, कालापानी, लिपुलेख को भी शामिल करने की स्वीकृति केंद्रीय बैंक को दी गई है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें