कोरोना संक्रमण मुक्त होने के बाद न कमजोरी और न ही कोई अन्य दिक्कत
गोरखपुर में कोरोनावायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में तेजी से कमी हो रही है। अच्छी बात यह कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं स्वस्थ होने के बाद उनके अंदर कोरोना संक्रमण का कोई साइड इफेक्ट नहीं दिख रहा है।
गोरखपुर, दुर्गेश त्रिपाठी। खूनीपुर के व्यापारी अरुण गुप्ता कोरोना संक्रमित हुए तो दूसरी लहर की खौफनाक तस्वीर उनको सामने दिखने लगी। पाजिटिव रिपोर्ट आने के बाद वह कभी शरीर में आक्सीजन का स्तर देखते तो कभी गलाला और भाप लेने में जुट जाते। तीन दिन तक अरुण घर के एक कमरे में काफी सहमे से पड़े रहे। डाक्टर बार-बार समझा रहे थे कि इस बार संक्रमण से कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन वह मान नहीं रहे थे। तीन दिन बाद जब न तो खांसी बढ़ी और न ही कोई और दिक्कत सामने आयी तब अरुण को डाक्टर की बात समझ में आयी। सात दिन में अरुण की रिपोर्ट निगेटिव आयी तो वह अगले ही दिन दुकान पर पहुंचकर सामान्य दिनों की तरह काम निपटाने में जुट गए। अब वह दूसरों को भी बता रहे हैं कि पहले तो संक्रमण से बचें, यदि हो जाए तो डरें नहीं।
वायरल की दवाओं से बच्चों का भी इलाज, पांच से सात दिन में आ रही निगेटिव रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण के मामले जितनी तेजी से बढ़े हैं, संक्रमित उतनी ही तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। खास बात यह है कि संक्रमित होने के बाद न तो फेफड़ों में कोई संक्रमण हो रहा है और न ही थकान। डाक्टरों का भी कहना है कि कुछ कोरोना संक्रमितों में स्वाद और सुगंध गायब होने के लक्षण दिख रहे हैं। हालांकि संक्रमितों में कोई और लक्षण नहीं दिख रहे हैं। चार-पांच दिन बाद स्वाद और सुगंध अपने-आप वापस आ जा रहा है।
ऐसे मिले मरीज
दिन संख्या
22 जनवरी 285
21 जनवरी 476
20 जनवरी 304
19 जनवरी 350
18 जनवरी 272
17 जनवरी 250
15 जनवरी 377
14 जनवरी 458
13 जनवरी 200
12 जनवरी 426
11 जनवरी 281
10 जनवरी 219
09 जनवरी 194
08 जनवरी 145
07 जनवरी 106
06 जनवरी 57
05 जनवरी 52
04 जनवरी 22
03 जनवरी 07
02 जनवरी 04
01 जनवरी 01
29 दिसंबर 03
25 दिन में 2566 ठीक हुए
29 दिसंबर से 22 जनवरी तक जिले में 4787 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 2566 पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं। 2221 संक्रमित हैं। इनमें से ज्यादातर घर पर रहकर तेजी से ठीक हो रहे हैं।
बच्चों में वायरल जैसे लक्षण
कोरोना संक्रमित बच्चों में वायरल जैसे लक्षण ही मिल रहे हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम, उल्टी, दस्त और सुस्ती के लक्षण इन दिनों ब'चों में दिख रहे हैं। डाक्टर इसे वायरल के लक्षण बताते हैं। डाक्टरों का कहना है कि यही लक्षण कोरोना संक्रमण के भी हैं। ऐसी स्थिति में ब'चों को वायरल की दवाओं से ठीक कर दिया जा रहा है। यदि किसी के परिवार में संक्रमित हैं तभी उसकी जांच कराने की सलाह दी जा रही है।
कोरोना संक्रमित लोग सामान्य दवाओं से ही तेजी से ठीक हो रहे हैं। मल्टी विटामिन, मल्टी मिनरल, कैल्शियम या ताकत बढ़ाने की कोई अन्य दवा दिए बिना लोग ठीक हो रहे हैं और तत्काल सामान्य तरीके से काम शुरू कर दे रहे हैं। दूसरी लहर में संक्रमण खत्म होने के बाद काफी दिनों तक कमजोरी बनी रहती थी। लोग कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करें और यदि संक्रमण की पुष्टि हो रही है तो डरें नहीं, डाक्टर की सलाह लें। सामान्य दवाओं से ही इलाज हो जा रहा है। - डा. अखिलेश सिंह, वरिष्ठ फिजिशियन।
बच्चों में इन दिनों वायरल के मामले ज्यादा आ रहे हैं। सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार, शरीर में सुस्ती जैसे लक्षण ही कोरोना संक्रमण के भी हैं। वायरल की दवाओं से ही ब'चों का आसानी से इलाज हो जा रहा है। यदि इस तरह के लक्षण दिखें तो डाक्टर को जरूर दिखाएं ताकि सीने में यदि कोई संक्रमण हो रहा हो तो इसकी जानकारी हो सके। जिन ब'चों के परिवार में कोई संक्रमित है उनकी ही जांच ज्यादा जरूरी है। सामान्यता ब'चे सामान्य दवाओं से ही चार से पांच दिन में पूरी तरह स्वस्थ हो जा रहे हैं। - डा. दिनेश चंद्रा, शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ।