BRD के डाक्टरों ने एक ही दिन में कोरोना पाजिटिव महिला को बता दिया निगेटिव, PGI कर दिया रेफर
बीआरडी मेडिकल कालेज में एक महिला कोविड मरीज को एक ही दिन में निगेटिव बताकर उसे संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंजेज (एसजीपीआइ) लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। जबकि उनकी तबीयत काफी खराब थी। आक्सीजन लेवल 62 से 65 के बीच था।
गोरखपुर, जेएनएन। बीआरडी मेडिकल कालेज में लापरवाहियां थम नहीं रही हैं। एक महिला कोविड मरीज को एक ही दिन में निगेटिव बताकर उसे संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंजेज (एसजीपीआइ) लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया। जबकि उनकी तबीयत काफी खराब थी। आक्सीजन लेवल 62 से 65 के बीच था। इस समय वह लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही हैं।
16 को डिस्चार्ज किया, कोविड कमांड सेंटर ने फोन कर बताया पाजिटिव
बेलघाट के कोटिया बिशुन निवासी सीमा त्रिपाठी की तबीयत 14 मई को खराब हुई। उनका आक्सीजन लेवल 62 फीसद हो गया। 15 मई को उन्हें बीआरडी में भर्ती कराया गया। 16 मई को उन्हें निगेटिव बताकर 14 नंबर इमरजेंसी वार्ड में भेज दिया गया। 17 मई को डाक्टरों ने दिल की समस्या बताकर उन्हें एसजीपीआइ के लिए रेफर कर दिया।
62 फीसद आक्सीजन लेवल पर 15 मई को कोरोना वार्ड में भर्ती हुई थीं
उनके पति राकेश त्रिपाठी ने बताया कि जब वे लखनऊ पहुंचे तो कोविड कमांड सेटर से फोन पर बताया गया कि मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव है। निगेटिव व पाजिटिव के बीच मैं मानसिक रूप से परेशान हो गया हूं। यदि रिपोर्ट पाजिटिव थी तो वही कोविड वार्ड में इलाज हो सकता था। भागदौड़ में मरीज की तबीयत और बिगड़ गई है।
मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। संभव है यहां जांच में रिपोर्ट निगेटिव आई हो और उन्हें इमरजेंसी में शिफ्ट कर दिया गया हो। वहां तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें रेफर कर दिया गया हो। फिलहाल जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। - डा. पवन प्रधान, प्रभारी प्राचार्य, बीआरडी मेडिकल कालेज।