शिक्षा के स्तर को जानने को 228 केंद्रों पर सकुशल सम्पन्न हुई नेशनल अचीवमेंट सर्वे परीक्षा
स्कूली छात्रों के शिक्षा स्तर को जानने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय एनसीईआरटी व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के संयुक्त तत्वाधान में नेशनल अचीवमेंट सर्वे परीक्षा का आयोजन 12 नवरंब को जिले के 228 केंद्रों पर किया गया। पूरे देश में परीक्षा आयोजित की गई थी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। स्कूली छात्रों के शिक्षा स्तर को जानने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, एनसीईआरटी व राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के संयुक्त तत्वाधान में नेशनल अचीवमेंट सर्वे परीक्षा का आयोजन शुक्रवार को जिले के 228 केंद्रों पर किया गया। दो पालियों में सकुशल सम्पन्न हुई परीक्षा में कक्षा तीन, पांच, आठ और 10 के विद्यार्थी शामिल हुए।
आब्जर्वर की देखरेख में संपन्न हुई परीक्षा
परीक्षा के जिला समन्वयक और डायट प्राचार्य डा. बीएन सिंह ने बताया कि नकलविहनी परीक्षा के लिए हर केंद्र पर केंद्रीय आब्जर्वर के साथ-साथ फील्ड इन्वेस्टिगेटर को तैनात किया गया था। यह सर्वे तीन साल में एक बार होता है। 2017 के बाद यह इसे 2020 में होना था, लेकिन कोविड के कारण पिछले साल सर्वे नहीं किया जा सका। उसी सर्वे को इस वर्ष किया जा रहा है।
पूरे देश में एक साथ संचालित हुई परीक्षा
डायट प्राचार्य ने बताया कि उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित यह परीक्षा पूरे देश में एक साथ संचालित हुई है। परीक्षा के लिए स्कूलों का चयन राज्य स्तर से किया गया है। पहले इस परीक्षा में केवल सरकारी स्कूलों को ही शामिल किया जाता था। पहली बार में इसमें निजी स्कूलों को भी शामिल किया गया है।
पारिवारिक पौधशाला से मिलेंगी ताजी सब्जियां
महाराणा प्रताप महाविद्यालय जंगल धूसड़ में गृह विज्ञान विभाग की ओर से गृह विज्ञान पारिवारिक पौधशाला का उद्घाटन शुक्रवार को किया गया। इस पौधशाला से परिसर में ताजी सब्जियों की उपलब्धता रहेगी। उद्घाटन कार्यक्रम में गृह विज्ञान विभाग की प्रभारी डा. शिप्रा सिंह ने पौधशाला में लहसुन, प्याज, मूली, पालक, तेजपत्ता, गाजर, करी पत्ता, पान, गिलोय, आंवला आदि के पौधे रोपे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पौधशाला का मूल उद्देश्य ताजी साग-सब्जी एवं औषधीय पौधों की उपलब्धता बढ़ाना है।
परिवार की आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
रासायनिक खाद से उपजाई गई साग-सब्जियों से लोगों को बचाना है। साथ ही साथ छात्राएं पारिवारिक पौधशाला में मिले प्रशिक्षण से अपनी गृह वाटिका बनाकर परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकेंगी। गृह विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य रीतिका त्रिपाठी ने आभार ज्ञापन किया। इस मौके पर गृह विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डा. सांत्वना श्रीवास्तव, डा. नेहा कौशिक, स्मिता दुबे, प्रयोगशाला सहायक नीतू साहनी मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संयोजन गृह-विज्ञान विभाग की सहायक आचार्य शारदा रानी ने किया।