गोरखपुर में सरसों के तेल में गिरावट, 20 रुपये तक कम हुए दाम
पिछले वर्ष अप्रैल-मई में सौ रुपये लीटर बिकने वाला सरसों का पैक्ड तेल 185 रुपये लीटर पहुंच गया था। शुक्रवार से थोक मंडी में ब्रांडेड पैक्ड सरसों का तेल 152 से लेकर 158 रुपये के बीच बिका। रिफाइंड भी 150 रुपये लीटर के आसपास आ गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। सरसों तेल की कीमत में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। मई के मुकाबले थोक मंडी में अलग-अलग ब्रांड पर 10 से 20 रुपये लीटर की कमी आई है। एक-दो दिनों में फुटकर बाजार में नई दर पर तेल मिलने लगेगा। महंगाई के कारण जहां घरों में छह लीटर खपत होती थी, वहां तीन से चार लीटर में काम चलाया जा रहा था। थोक विक्रेताओं के मुताबिक सरसों के तेल एवं रिफाइंड में 10 से 15 रुपये प्रति लीटर की कमी आ सकती है।
दो माह से बढ़ गया था दाम
बीते कुछ दिनों से महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ रखा था। पहले आलू, प्याज, दाल और फिर खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों ने खाने का जायका कम कर दिया था। बीते दो माह से रिफाइंड एवं सरसों के तेल में आग लगी हुई थी। पिछले वर्ष अप्रैल-मई में सौ रुपये लीटर बिकने वाला सरसों का पैक्ड तेल 185 रुपये लीटर पहुंच गया था। रिफाइंड भी 90 से बढ़कर 175 रुपये बिकने लगा। शुक्रवार को थोक मंडी में ब्रांडेड पैक्ड सरसों का तेल 152 से लेकर 158 रुपये के बीच बिका। रिफाइंड भी 150 रुपये लीटर के आसपास आ गया है।
व्यवसायियों से सहित आम लोगों को राहत
थोक कारोबारी संजय कुमार ने बताया कि जिले में सरसों और रिफाइंड तेल की आवक बरेली, राजस्थान के भरतपुर और मध्य प्रदेश से होती है। बीच में कीमत काफी बढ़ गई थी, अब धीरे-धीरे कम होने लगी है। इससे व्यवसायियों के साथ आम लोगों को राहत मिलेगी। बेनीगंज के किराना कारोबारी राजेश ने बताया कि दाल के बाद सरसों के तेल के दाम कम हो रहे हैं। दाम बढऩे से तेल की बिक्री 20 फीसद तक कम हो गई थी। अब जबकि दाम कम हो गया है तो उसी हिसाब से बिक्री भी बढ़ रही है। इससे न केवल उपभोक्ताओं को लाभ मिल रहा है अपितु बिक्रेता को भी फायदा हो रहा है। दाम सस्ता से सभी लोगों को राहत मिली है।