नगर निगम के अमीर ड्राइवर नहीं चलाते वाहन, रख लिया है चालक Gorakhpur News
नगर गिनम में तैनात ज्यादातर चालक खुद वाहन चलाने की जगह दूसरों से वाहन चलवाते हैं। यानी चालक ने खुद अपना चालक रख लिया है।
गोरखपुर,जेएनएन। नगर निगम में फर्जीवाड़ा रुकने का नाम ही ले रहा है। एक फर्जीवाड़ा पर अंकुश लगाने का प्रयास शुरू भी नहीं हो पा रहा है, तभी दूसरा सामने आ जा रहा है। नगर गिनम में तैनात ज्यादातर चालक खुद वाहन चलाने की जगह दूसरों से वाहन चलवाते हैं। यानी चालक ने खुद अपना चालक रख लिया है। शक्तिनगर वार्ड के पार्षद ने ऐसे ही एक चालक को पकड़कर नगर निगम के अफसरों को सूचना दी। इसके बाद गाड़ी खड़ी करा दी गई है।
यहां बाप की जगह बेटा
शक्तिनगर वार्ड के पार्षद आलोक सिंह विशेन ने बताया कि उनके वार्ड में चलने वाले लोडर का चालक अयूब है। अयूब का बेटा दिलशाद भी नगर निगम का ही चालक है। उसे मैजिक गाड़ी मिली है। दिलशाद मैजिक खुद न चलाकर अपने पिता के नाम आवंटित लोडर चलाता है। मैजिक चलाने के लिए उसने खुद ही दूसरा चालक रख लिया है। इसकी शिकायत काफी समय से मिल रही थी। दिलशाद को लोडर चलाते हुए देखा तो रोककर इसकी पूरी जानकारी मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल श्रीवास्तव को दी। इसके बाद लोडर को खड़ा करा दिया गया है।
नगर निगम में खुलेआम चल रहा खेल
नगर निगम में चंद अधिकारियों की मौन स्वीकृति से चालकों की तैनाती में खूब खेल हो रहा है। नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने अपने स्तर से मामले की जांच भी शुरू करा दी है। इसकी भनक लगते ही कुछ चालकों ने खुद गाड़ी चलानी शुरू कर दी लेकिन ज्यादातर अब भी मनमानी कर रहे हैं। कई चालक ऐसे हैं जिनके परिवार के ज्यादातर सदस्य नगर निगम में संविदा चालक के रूप में काम कर रहे हैं।
पार्षद ने की शिकायत
राप्तीनगर वार्ड के पार्षद बृजेश सिंह छोटू ने सफाईकर्मी न होने की शिकायत नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह से की है। उन्होंने नगर आयुक्त को बताया कि एक सफाईकर्मी की मौत हो जाने के बाद नियमानुसार दूसरा सफाईकर्मी अब तक वार्ड में पहुंच जाना चाहिए लेकिन कर्मचारी फाइल लटकाए हुए हैं। कहा कि नगर निगम में कई सफाईकर्मी आकर हाजिरी बनाकर दिन भर घूमते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्हें वार्डों में सफाई के काम में लगाना चाहिए।