गोरखपुर शहर के सभी हॉट-स्पॉट के लिए नगर निगम की अलग टीम Gorakhpur News
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि हॉट-स्पॉट में नगर निगम की टीम पूरी मुस्तैदी और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए सफाई व छिड़काव कर रही है।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर में लगातार बढ़ रहे हॉट-स्पॉट को देखते हुए नगर निगम ने छिड़काव की रणनीति में बदलाव किया है। अब हर हॉट-स्पॉट के लिए अलग टीम बनाई गई है। नगर निगम की गाडिय़ों से इन हॉटस्पॉट में सोडियम हाइपो क्लोराइट के घोल और चूना का छिड़काव होगा।
लगातार हो रहा छिड़काव
बेतियाहाता दक्षिणी, भालोटिया मार्केट, डीआइजी बंगला के सामने समेत शहर में बने सभी हॉट-स्पॉट में छह-छह घंटे पर छिड़काव किया जा रहा है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि हॉट-स्पॉट में नगर निगम की टीम पूरी मुस्तैदी और सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए सफाई व छिड़काव कर रही है।
गोरखपुर शहर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने तीन पैथोलॉजी को कोरोना जांच की अनुमति दी थी। सभी लैब जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन के पोर्टल पर अपलोड कर रहे थे। इस बीच इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) की ओर से आपत्ति किए जाने के बाद शासन ने तीनों पैथोलॉजी की अनुमति निरस्त कर दी है। अब आइसीएमआर इनकी पूरी व्यवस्था देखने के बाद जांच की मंजूरी देगा। दिल्ली व गुडग़ांव की चार लैबों को कोरोना जांच की अनुमति आइसीएमआर ने दी है, उनके कलेक्शन सेंटर गोरखपुर में हैं। वहां सैंपल पूर्व की भांति लिए जाते रहेंगे, लेकिन शहर की लाइफ डायग्नोस्टिक, तिलक व श्रीगुरु गोरक्षनाथ चिकित्सालय की लैब में जांच पर रोक लगा दी गई है।
आइसीएमआर देता है अनुमति
कोरोना जांच के लिए लैबों को अनुमति आइसीएमआर देता है और उसके पोर्टल पर लैबों को रिपोर्ट अपलोड करनी होती है। शहर में जो कलेक्शन सेंटर नमूने ले रहे हैं, उनकी दिल्ली व गुडग़ांव स्थित लैबों को आइसीएमआर ने ही अनुमति दी है, लेकिन शहर की लैबों को उसकी जानकारी के बिना शासन ने अनुमति दे दी थी। सीएमओ का कहना है कि शहर की तीन लैबों को शासन ने कोरोना जांच की अनुमति दी थी। आइसीएमआर की आपत्ति के बाद उनकी अनुमति निरस्त कर दी गई है। अब आइसीएमआर लैबों की पूरी व्यवस्था देखेगा, उसके बाद उन्हें अनुमति प्रदान की जाएगी।