नगर निगम : जारी रहेगी ब्याज में छूट, टैक्स के लिए होगा मकानों का सर्वे Gorakhpur News
नगर निगम गोरखपुर का 4.70 अरब का बजट मंगलवार को कार्यकारिणी ने पास कर दिया। इसके साथ ही वर्तमान वित्तीय वर्ष के पुनरीक्षित बजट पर भी मुहर लग गई।
गोरखपुर, जेएनएन। नगर निगम का 4.70 अरब का बजट मंगलवार को कार्यकारिणी ने पास कर दिया। इसके साथ ही वर्तमान वित्तीय वर्ष के पुनरीक्षित बजट पर भी मुहर लग गई। अब पांच मार्च को नगर निगम के सदन में बजट रखा जाएगा।
टैक्स बढ़ाने के लिए नए मकानों का होगा सर्वे
मंगलवार को नगर निगम गेस्ट हाउस में कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई। महापौर सीताराम जायसवाल की अनुमति से नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने बजट पेश किया। सड़क, नाली, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सफाई आदि पर खर्च होने वाले बजट की जानकारी दी गई। महापौर ने बताया कि बजट बढ़ाने के लिए नए मकानों के सर्वे में तेजी ले आई जाएगी। नगर निगम क्षेत्र में काफी नए मकान बने हैं। जहां पहले से मकान हैं वहां नए निर्माण हुए हैं। इन सभी को कर के दायरे में ले आया जाएगा। इससे नगर निगम की आय में बढ़ोत्तरी होगी।
दुकानों का कर बढ़ेगा
नगर निगम की कार्यकारिणी में शहर की 22 सौ दुकानों पर कर बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। तय किया गया कि एक कमेटी बनाकर कर बढ़ाने के संबंध में रिपोर्ट ली जाएगी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।
सपा पार्षद को महापौर ने समझाया
कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले कृष्णानगर से सपा पार्षद आकाश चौहान उर्फ सबी ने बजट के बहिष्कार का ऐलान कर दिया। इसकी जानकारी जब महापौर सीताराम जायसवाल को हुई तो उन्होंने कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले गेस्ट हाउस के पिछले कमरे में आकाश चौहान से बात की। महापौर ने उन्हें आश्वस्त किया कि जो मांगें वह उठाएंगे उसे पूरा किया जाएगा। इसके बाद आकाश ने कार्यकारिणी में बजट का विरोध नहीं किया।
सपा की पार्षद रहीं अनुपस्थित
सपा की एकमात्र महिला पार्षद शगुन मिश्रा कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आईं। सपा पार्षद जियाउल इस्लाम ने शगुन मिश्रा से बात की तो उन्होंने खुद के शहर से बाहर होने का हवाला देते हुए बैठक में शामिल न होने की जानकारी दी।
जल निगम की नौकरी से जाएंगे 52 जेई और लिपिक
गोरखपुर मंडल में जल निगम के 52 अफसरों और कर्मचारियों की नौकरी जाएगी। इनमें गोरखपुर जिले के 16 अवर अभियंता तीन लिपिक शामिल हैं। तीन सहायक अभियंताओं (एई) को पहले ही हटाया जा चुका है। जल निगम के कार्यालय में देर शाम तक अफसरों और लिपिकों की सूची फाइनल की जाती रही। समाजवादी पार्टी की सरकार में जल निगम में 853 जूनियर इंजीनियरों और 335 लिपिकों की भर्ती हुई थी। साथ ही 122 एई को भी नियुक्ति दी गई थी। 18 जून 2016 को जारी विज्ञापन के आधार पर पांच व सात अगस्त 2016 को मध्य मुंबई की मेसर्स एपटैक कंपनी को परीक्षा कराने का जिम्मा दिया गया था।
छाई रही उदासी
भर्ती निरस्त किए जाने की सूचना के बाद जल निगम के कार्यालयों में उदासी छाई रही। सभी एक-दूसरे से एई, जेई और लिपिकों के बारे में जानकारी लेते रहे।