गोरखपुर में कोरोना की दूसरी लहर रोकने में जुटा नगर निगम Gorakhpur News
कोरोनावायरस की दूसरी लहर को नाकाम करने के लिए नगर निगम की तरफ से पूरे शहर में सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव शुरू करा दिया गया है। कोरोना पर इस घोल को काफी प्रभावी माना जाता है।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर रोकने में नगर निगम फिर से जुट गया है। पूरे शहर में सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव शुरू करा दिया गया है। कोरोना पर इस घोल को काफी प्रभावी माना जाता है।
इस साल मार्च महीने में देश में कोरोना के मामले मिलने शुरू हुए तो नगर निगम प्रशासन ने बचाव के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव शुरू कराया था। शहर के सभी इलाकों में नगर निगम के वाहनों और फायर ब्रिगेड के बाहर वाहनों की मदद से सुबह से शाम तक छिड़काव कराया गया था। जिन इलाकों में कोरोना के मामले मिले वहां हर घर को सैनिटाइज किया गया था।
सड़कों को भी किया गया था सैनिटाइज
कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए नगर निगम प्रशासन ने शहर की सड़कों को भी सैनिटाइज किया था। दुकान के शटर भी सैनिटाइज किए गए थे। अफसरों का मानना था कि दुकान का शटर खोलने के दौरान संक्रमित व्यक्ति के हाथ से कोरोना का फैलाव नहीं होगा।
लाखों लीटर घोल का हुआ था छिड़काव
कोरोना से बचाव के लिए नगर निगम प्रशासन ने पूरे शहर में लाखों लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल से छिड़काव कराया था। अफसरों का कहना है कि कोरोना पर इस सैनिटाइजेशन का काफी असर दिखा।
मध्य प्रदेश की कंपनी ने दिया था सोडियम हाइपोक्लोराइट
सोडियम हाइपोक्लोराइट के लिए नगर निगम प्रशासन को रुपये भी नहीं खर्च करने पड़े थे। मध्य प्रदेश की एक कंपनी ने 24 हजार लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट नगर निगम को मुफ्त में उपलब्ध कराया था। इससे पहले कानपुर से सोडियम हाइपोक्लोराइट मंगाया जाता था।
मच्छरों की संख्या में भी आई थी कमी
हर में सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव होने से मच्छरों की संख्या में भी काफी कमी आई थी। इस साल पूरे बारिश के मौसम में मच्छर नहीं लगे थे। अफसरों का मानना है कि घोल के छिड़काव से कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के साथ ही मच्छरों को भी काबू में किया जा सकेगा।