कोरोना रोकने के लिए गठित होगी निगरानी समिति
कोरोना के बढ़ते संक्रमण से शासन- प्रशासन की चिता बढ़ गयी है। इसे रोकने के लिए तमाम प्रयास किया जा रहा है। शासन ने गैर प्रांतों से आने वाले लोगों की निगरानी के लिए समिति गठित करने का फैसला लिया है। समिति में शामिल सदस्य गैर प्रवासियों की निगरानी करेंगे।
सिद्धार्थनगर: कोरोना के बढ़ते संक्रमण से शासन- प्रशासन की चिता बढ़ गयी है। इसे रोकने के लिए तमाम प्रयास किया जा रहा है। शासन ने गैर प्रांतों से आने वाले लोगों की निगरानी के लिए समिति गठित करने का फैसला लिया है। समिति में शामिल सदस्य गैर प्रवासियों की निगरानी करेंगे। उनकी स्क्रीनिग के अलावा चिन्हित लाभार्थियों को टीकाकरण के लिए भी प्रेरित करने का जिम्मा उनके उपर होगा। शासन के अपर सचित अमित मोहन ने पत्र जारी कर समितियों के गठन का निर्देश दिया है। गांवों में यह प्रशासक की निगरानी में काम करेगी। वहीं शहर में यह नपं- नपा के इओ के जिम्मे रहेगा। गैर प्रांत से अब तक 35 सौ लोग आ चुके हैं। इनकी पहचान के लिए 14 स्थानों पर जांच केंद्र स्थापित किया गया है।
कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है। करीब एक माह से लगातार संक्रमित मिल रहे हैं। इनमें अधिकांश बाहर से आए लोग हैं। कुछ लोग इनके सम्पर्क में आए लोग भी पाजिटिव हुए है। चुनाव के कारण बाहर से आने वालों की संख्या में रोज बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में सभी की कोरोना जांच करा पाना मुश्किल हो रहा है। सभी तक पहुंचने के लिए अब निगरानी समिति को सक्रिय किया जा रहा है। समिति में शामिल सदस्य गैर प्रांत से आए लोगों की न सिर्फ पहचान स्वास्थ्यकर्मियों को बताएंगे, बल्कि उनकी कोरोना जांच और होम आइसोलेशन पर निगाह भी रखेंगे। मुंबई, दिल्ली, गुजरात आदि प्रांतों 12 मार्च से अब तक 35 सौ लोग वापस घर आ चुके हैं। इनमें 31 सौ लोगों की कोरोना जांच हुई है। 215 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। अधिकांश संक्रमितों की पहचान गोंडा, बस्ती, संतकबीरनगर और लखनऊ में हुई है। विभाग को उम्मीद है कि पंचायती चुनाव की तिथि तक यह संख्या बढ़ेगी।
एसीएमओ डा. सौरभ चतुर्वेदी ने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। गांव से लेकर शहर तक वार्डवार समिति को सक्रिय करने का प्रयास हो रहा है। जल्द ही इसका परिणाम दिखने भी लगेगा।