सीएम से मिले एमएमएमयूटी के कुलपति, गतिविधियों की दी जानकारी
कुलपति ने सीएम को बताया कि विवि के 16 विद्यार्थियों के पिता की कोरोना से मौत हो चुकी है। इन विद्यार्थियों की फीस माफी के साथ ही विवि आर्थिक सहयोग के रूप में एक लाख रुपये व लैपटाप देगा।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) के कुलपति प्रो.जेपी पांडेय ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सीएम को विवि की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही आनलाइन परीक्षा, नैक मूल्यांकन की तैयारी तथा कोरोना से मृतक कर्मचारियों को विवि की तरफ से आर्थिक सहायता देने पर भी विस्तार से चर्चा की।
पिता की मौत होने पर 16 छात्रों की फीस माफ
कुलपति ने सीएम को बताया कि विवि के 16 विद्यार्थियों के पिता की कोरोना से मौत हो चुकी है। इन विद्यार्थियों की फीस माफी के साथ ही विवि आर्थिक सहयोग के रूप में एक लाख रुपये व लैपटाप देगा। लगभग 25 मिनट तक चले मुलाकात के दौरान कुलपति प्रो.पांडेय ने बताया कि विवि के जिन कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई है उनके स्वजन को विवि की तरफ से साढ़े चार लाख की आर्थिक सहायत दिए जाने का निर्णय लिया गया है। आर्थिक मदद का चेक सीएम द्वारा संबंधित कर्मचारियों के स्वजन व जिन विद्यार्थियों के पिता की मौत हुई है उन्हें सौंपा जाएगा। उन्होंने सीएम से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अनुरोध कर उनकी स्वीकृति भी ली तथा बताया कि जल्द से ही कार्यक्रम की तिथि तय कर ली जाएगी। कुलपति ने विवि द्वारा आनलाइन परीक्षा के सफल आयोजन के बारे में जानकारी दी, जिसकी सीएम ने प्रशंसा की।
यूपीजेईई में आवेदन का आज आखिरी मौका
प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर से आयोजित होने वाली उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2021 के लिए आनलाइन आवेदन का गुरुवार को आखिरी मौका होगा। प्रदेश के समस्त संबद्ध राजकीय, अनुदानित एवं निजी क्षेत्र के पालिटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए इच्छुक अभ्यर्थी द्भद्गद्गष्ह्वश्च.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। सूबे में 147 राजकीय पालिटेक्निक, 19 सहायता प्राप्त और 1200 से अधिक स्ववित्तपोषित पालिटेक्निक मौजूद हैं। गोरखपुर में ही तीन सरकारी और एक अनुदानित पालिटेक्निक में करीब सात हजार से अधिक सीटें मौजूद हैं। प्रवेश परीक्षा का समय फिलहाल परिषद ने घोषित नहीं किया है।