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गावों के विकास का तकनीकी प्लान बनाएंगे MMMUT के छात्र Gorakhpur News

MMMUT के छात्र बहुत जल्द गांवों के विकास का तकनीकी प्लान बनाएंगे। अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वाह के क्रम में विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे लेकर योजना बनाई है। योजना के मुताबिक विश्वविद्यालय जिला प्रशासन से ऐसे पांच गांवों की सूची मांगेगा जिनमें तकनीकी रूप से विकास की संभावना है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 04:48 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 04:48 PM (IST)
गावों के विकास का तकनीकी प्लान बनाएंगे MMMUT के छात्र Gorakhpur News
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छात्र बहुत जल्द गांवों के विकास का तकनीकी प्लान बनाएंगे। अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के निर्वाह के क्रम में विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे लेकर योजना बनाई है। योजना के पीछे विश्वविद्यालय की मंशा गांवों का व्यवस्थित विकास और अपने छात्रों की सामाजिक समझ को विकसित करना है।

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प्लान बनाने के लिए जिला प्रशासन से मांगेंगे पांच गांवों की सूची

योजना के मुताबिक विश्वविद्यालय जिला प्रशासन से ऐसे पांच गांवों की सूची मांगेगा, जिनमें तकनीकी रूप से विकास की संभावना है। चिन्हित गांवों में विश्वविद्यालय से अलग-अलग ट्रेड के इंजीनियङ्क्षरग छात्रों की एक टीम भेजी जाएगी। वह टीम गांव के ड्रेनज सिस्टम, पेयजल व्यवस्था, सालिड वेस्ट मैनेजमेंट, सड़क, सोलर लाइट और पर्यावरण की स्थिति पर कार्य करेगी और उसकी बेहतरी की संभावना पर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। यह कार्य विश्वविद्यालय द्वारा नामित विशेषज्ञ शिक्षक की देखरेख में किया जाएगा। पहले उस रिपोर्ट का मूल्यांकन विश्वविद्यालय स्तर पर किया जाएगा। उसके बाद कमियों को दूर करके सुझाव के तौर पर रिपोर्ट को जिला प्रशासन के पास भेजा जाएगा, जिसका इस्तेमाल गांव के विकास में किया जा सकेगा।

गांव में स्थापित करेंगे आदर्श सर्विस सेंटर

योजना में इसका भी प्राविधान रखा गया है कि चिन्हित गांव में एक आदर्श सर्विस सेंटर स्थापित किया जाएगा, जिसे चलाने के लिए गांव के एक ऐसे लड़के को ट्रेंड किया जाएगा, जो तकनीकी रूप से दक्ष हो। गांव की किसी तकनीकी समस्या के समाधान के लिए वह लड़का पहले खुद प्रयास करेगा। जरूरत पडऩे पर इसके लिए वह विश्वविद्यालय से भी संपर्क करेगा, जिससे विश्वविद्यालय स्तर पर समस्या का समाधान करके सामाजिक दायित्व की पूर्ति की जा सके। सेंटर से गांव भर को जोडऩे के लिए ग्रामीणों की एक समिति भी बनाई जाएगी, जो विकास को लेकर सलाह देगी। सलाह को रिपोर्ट का हिस्सा बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री से भी मिल चुकी है सराहना

विश्वविद्यालय की इस योजना की सराहना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी की है। मुख्यमंत्री के पिछले गोरखपुर दौरे के दौरान कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने उन्हें योजना की जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया था और हर संभव मदद का अश्वासन भी दिया था।

विश्वविद्यालय के छात्र गांव तक पहुंचे और उनके ज्ञान और अनुभव का लाभ ग्रामीणों को मिल सके, इसे लेकर यह योजना बनाई गई है। जल्द ही गांवों की सूची के लिए विश्वविद्यालय की ओर से जिला प्रशासन को पत्र लिखा जाएगा। इससे विश्वविद्यालय के छात्र गांव की समस्याओं से भी रूबरू हो सकेंगे। इस अनुभव का लाभ उन्हें अपनी प्रोफेशनल लाइफ में मिलेगा। - प्रो. जेपी पांडेय, कुलपति, एमएमएमयूटी।


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