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नैक की पहली परीक्षा में एमएमएमयूटी पास, अगली की तैयारी Gorakhpur News

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय प्रदेश पहला ऐसा तकनीकी विश्वविद्यालय है जिसने नैक मूल्यांकन के लिए आवेदन किया है। इसके चलते विश्वविद्यालय के कुलपति शिक्षक और कर्मचारी सभी काफी उत्साहित हैं। विश्वविद्यालय का आवेदन नैक ने स्वीकार कर लिया है।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Fri, 09 Jul 2021 07:14 PM (IST)Updated: Fri, 09 Jul 2021 07:14 PM (IST)
नैक की पहली परीक्षा में एमएमएमयूटी पास, अगली की तैयारी Gorakhpur News
एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय का फाइल फोटो, जागरण।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने 'नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) मूल्यांकन की पहली महत्वपूर्ण सीढ़ी पार कर ली है। विश्वविद्यालय की ओर से पिछली 26 जून को किए गए आवेदन को 'नैक ने स्वीकार कर लिया है। इससे उत्साहित विश्वविद्यालय प्रशासन ने अगली सीढ़ी यानी सेल्फ एप्रेजल रिपोर्ट को पार करने तैयारी जोरशोर से शुरू कर दी है। नियमानुकूल विश्वविद्यालय को अगले 45 दिन में यह रिपोर्ट 'नैक की साइट पर अपलोड करनी है। उसके बाद रिपोर्ट का भौतिक सत्यापन करने के लिए 'नैक की टीम परिसर में आएगी और उसी आधार विश्वविद्यालय ग्रेडिंग करेगी। विश्वविद्यालय का लक्ष्य 'ए प्लस-प्लस ग्रेड हासिल करना है।

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पूरी क्षमता से लगे हैं कुलपति से लेकर शिक्षक

सेल्फ अप्रेजल रिपोर्ट को तैयार करने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति से लेकर शिक्षक तक अपनी पूरी क्षमता से जुटे हुए हैं। प्रतिदिन चार घंटे की बैठक इसके लिए आयोजित की जा रही है, जिसमें हर बिंदु पर पहले गंभीरता से विचार हो रहा और फिर रिपोर्ट में शामिल करने पर मुहर लगाई जा रही है। बैठक में उन सात समितियों के प्रभारी और उनके तीन-तीन सहयोगी शामिल रह रहे हैं, जिनपर 'नैक द्वारा निर्धारित सात बिंदुओं का मानक पूरा करने की जिम्मेदारी है। यह बिंदु हैं- अध्ययन, अध्यापन व मूल्यांकन, पाठ्यक्रम व सेलेबस, शोध, नवाचार व विस्तार गतिविधियां, अवस्थापना एवं सुविधाएं, ट्रेनिस व प्लसेमेंट, प्रशासनिक व्यवस्था, प्रशासनिक व्यवस्था, नेतृत्व व प्रबंधक और संस्थागत मूल्य एवं परंपराएं। मानक पूरा करने में हर विभाग में नामित किए गए नोडल अधिकारियों, विभागाध्यक्षों, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक की मदद भी ली जा रही है। हर बैठक में कुलपति स्वयं मौजूद रहते हैं, जिससे रिपोर्ट में कोई कमी न रह जाए।

नैक मूल्यांकन को आवेदन करने वाला प्रदेश का पहला विवि है एमएमएमयूटी

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय प्रदेश पहला ऐसा तकनीकी विश्वविद्यालय है, जिसने 'नैक मूल्यांकन के लिए आवेदन किया है। इसके चलते विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षक और कर्मचारी सभी काफी उत्साहित हैं। एमएमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय का कहना है कि मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय का आवेदन 'नैक ने स्वीकार कर लिया है। इसे हम उपलब्धि के रूप में ले रहे हैं। अब सेल्फ एप्रेजल रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है, जिसे 45 दिन के अंदर 'नैक की साइट पर अपलोड करना है। हमारी पूरी टीम इस कार्य में लगी हुई है। अपनी तैयारियों पर हमें पूरा भरोसा है। 'ए प्लस-प्लस ग्रेड मिलने की उम्मीद हम कर रहे हैं।


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